एटा: साइबर ठगों का जाल अब किसी को भी नहीं छोड़ रहा है। इस बार उनका शिकार थाना बागवाला में तैनात एक उपनिरीक्षक बने। हरेंद्र सिंह के बैंक ऑफ बड़ौदा खाते से बिना किसी OTP या लिंक पर क्लिक किए 88,001 रुपये की ठगी कर ली गई। रुपये कटने के बाद आया मैसेज ही इस साइबर फ्रॉड का खुलासा कर सका। यह घटना साइबर अपराधों की बढ़ती प्रवृत्ति को उजागर करती है, जहां तकनीकी जटिल तरीकों से ठग खातों पर सेंध लगा रहे हैं।
मूल रूप से मेरठ जिले के थाना मवाना के गांव निलौहा निवासी उपनिरीक्षक हरेंद्र सिंह थाना बागवाला में ड्यूटी पर तैनात हैं। 6 सितंबर को वह ड्यूटी पर थे, तभी उनके मोबाइल पर दो लगातार मैसेज आए। इनमें बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते से दो बार में कुल 88,001 रुपये निकाले जाने की सूचना थी। यह देखते ही हरेंद्र ने तुरंत 1930 साइबर हेल्पलाइन नंबर पर कॉल किया और साइबर फ्रॉड शिकायत पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज कराई।
हरेंद्र सिंह ने बताया कि न तो उनके पास कोई OTP आया और न ही उन्होंने किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक किया। फिर भी खाते से यह राशि गायब हो गई। बैंक की ओर से भी तत्काल कार्रवाई शुरू हो गई है। अब बैंक खाते का स्टेटमेंट निकलवाने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि राशि पूरी तरह चली गई या कुछ बच गई। पुलिस ने भी इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
साइबर ठगी का बढ़ता खतरा
यह घटना साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों की याद दिलाती है। हाल ही में उत्तर प्रदेश में कई पुलिस अधिकारियों को भी ठगों ने निशाना बनाया है। उदाहरण के लिए, लखनऊ के डीजीपी कार्यालय में तैनात एसपी मोहम्मद तारिक के खाते से फर्जी लिंक के जरिए 46,000 रुपये उड़ा लिए गए थे। ठगों ने SBI रिवार्ड पॉइंट्स के नाम पर लिंक भेजा था, जिस पर क्लिक करने से मैलवेयर इंस्टॉल हो गया। ऐसे मामलों में तत्काल 1930 पर कॉल करना और खाता ब्लॉक करवाना ही बचाव का रास्ता है।
उत्तर प्रदेश में साइबर थानों की संख्या बढ़ाने के प्रयासों के बावजूद, ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में ही राज्य में सैकड़ों करोड़ की ठगी दर्ज की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि बिना OTP के ठगी संभव होने से सिम स्वैपिंग या फिशिंग जैसे उन्नत तरीकों का इस्तेमाल हो रहा है।
सावधानियां और सलाह
- किसी भी संदिग्ध मैसेज या कॉल पर तुरंत 1930 पर संपर्क करें।
- बैंक खाते की नियमित निगरानी रखें और अनजान लिंक पर क्लिक न करें।
- साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराएं; उत्तर प्रदेश में 18 साइबर थाने सक्रिय हैं, जैसे आगरा, अलीगढ़ आदि।
पुलिस ने इस मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और ठगों की तलाश में साइबर सेल को शामिल किया गया है। यह घटना सभी को सतर्क रहने की चेतावनी देती है।
- रिपोर्ट – सुनील गुप्ता