🔴 यौमे आशूरा 6 जुलाई को मनाया जाएगा
लखनऊ। गुरुवार की शाम लखनऊ में माह-ए-मुहर्रम का चांद नजर आ गया है। इसके साथ ही इस्लामिक कैलेंडर का नया साल शुरू हो गया है। ऑल इंडिया शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने चांद दिखाई देने की पुष्टि की।
मौलाना सैफ अब्बास ने बताया कि इस्लामी कैलेंडर के जिलहिज्जा महीने की 29 तारीख को चांद देखा गया, जिसके आधार पर मोहर्रम की पहली तारीख 27 जून तय की गई है। इस हिसाब से यौमे आशूरा 6 जुलाई को मनाया जाएगा।
मोहर्रम इस्लाम धर्म में एक बेहद पवित्र महीना माना जाता है। यह शहादत, सब्र और कुर्बानी की मिसाल पेश करता है। इस महीने में खास तौर पर इमाम हुसैन और उनके साथियों की करबला में दी गई कुर्बानी को याद किया जाता है।
इस मौके पर शिया समुदाय में मातम, जुलूस, मजलिस और तबर्रुक का सिलसिला शुरू हो जाता है। प्रशासन और स्थानीय धर्मगुरुओं की ओर से अमन और भाईचारे बनाए रखने की अपील की गई है।
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