कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर ने अपने 27वें दीक्षांत समारोह में एम.एस.सी. कृषि (सस्य विज्ञान) में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाली छात्रा अनामिका पटेल को प्रशांत कुमार यादव मेमोरियल स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रशांत फाउंडेशन द्वारा प्रायोजित है, जो समाजसेवा और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य कर रहा है।
प्रशांत फाउंडेशन: इंसानियत का एक प्रतीक
प्रशांत फाउंडेशन एक ऐसा नाम है जो गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए मसीहा के रूप में जाना जाता है। यह संस्था आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की सहायता के लिए तत्पर रहती है और इसके कार्य अखबारों, यूट्यूब चैनलों और अन्य मीडिया माध्यमों में सुर्खियां बटोरते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस संस्था की स्थापना के पीछे की कहानी क्या है और यह “प्रशांत” नाम किसका है।
प्रशांत कुमार यादव: एक होनहार छात्र और प्रेरणा स्रोत
प्रशांत फाउंडेशन की स्थापना इटावा जिले के जसवंतनगर तहसील के नगला हरे निवासी स्व. प्रशांत कुमार यादव की स्मृति में की गई। प्रशांत, संस्था के संरक्षक श्री मान सिंह यादव के चौथे पुत्र और पर्यावरणविद् व समाजसेवी डॉ. हेमंत यादव के छोटे भाई थे। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में बी.एस.सी. कृषि के तृतीय वर्ष के छात्र रहे प्रशांत न केवल पढ़ाई में अव्वल थे, बल्कि समाज में बदलाव लाने की अनोखी सोच भी रखते थे।
दुर्भाग्यवश, 8 सितंबर 2015 को एक दुखद हादसे में प्रशांत की करंट लगने से मृत्यु हो गई। वह विश्वविद्यालय के बाल गंगाधर तिलक छात्रावास के कमरा नंबर-5 में रहते थे। इस घटना ने उनके परिवार, दोस्तों और सहपाठियों को गहरा आघात पहुंचाया।

प्रशांत फाउंडेशन की स्थापना और मिशन
प्रशांत की स्मृति को जीवित रखने और उनके समाजसेवा के सपनों को साकार करने के लिए उनके भाइयों और दोस्तों ने मिलकर प्रशांत फाउंडेशन की नींव रखी। यह संस्था गरीब और असहाय लोगों की मदद, पर्यावरण संरक्षण, और सामाजिक कल्याण के लिए समर्पित है। फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. रिपुदमन सिंह, जिन्हें “रुद्राक्ष मैन” के नाम से जाना जाता है, और राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. हेमंत यादव के नेतृत्व में यह संस्था समाजसेवा और पर्यावरण जागरूकता के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।
फाउंडेशन ने अब तक 47 गरीब और असहाय बेटियों की शादी कराई है और कोरोना महामारी के दौरान भी जरूरतमंदों की सहायता की। इसके अलावा, रुद्राक्ष के पौधे भेंट कर पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने का कार्य भी किया जा रहा है।
प्रशांत कुमार यादव मेमोरियल स्वर्ण पदक
प्रशांत फाउंडेशन के आग्रह पर चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय ने 24वें दीक्षांत समारोह से प्रशांत कुमार यादव मेमोरियल स्वर्ण पदक शुरू करने की घोषणा की। यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष एम.एस.सी. कृषि (सस्य विज्ञान) में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र या छात्रा को प्रदान किया जाता है। 23 दिसंबर 2022 को विश्वविद्यालय ने इस पुरस्कार के लिए औपचारिक पत्र जारी किया।

इस वर्ष 18 सितंबर 2025 को आयोजित 27वें दीक्षांत समारोह में अनामिका पटेल को यह स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। पुरस्कार समारोह में महामहिम कुलाधिपति/राज्यपाल महोदया, मुख्य अतिथि डॉ. एम.एल. जाट (महानिदेशक, आईसीएआर), विशिष्ट अतिथि श्री सूर्य प्रताप शाही (कृषि मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार), श्री बल्देव सिंह औलख (कृषि राज्यमंत्री), प्रबंध मंडल के सदस्य, और विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आनंद कुमार सिंह उपस्थित रहे।
प्रशांत फाउंडेशन का आभार
प्रशांत फाउंडेशन ने इस सम्मान समारोह के लिए महामहिम कुलाधिपति/राज्यपाल महोदया, प्रबंध मंडल, विद्वत परिषद, मुख्य अतिथि, कृषि मंत्री, प्रशासनिक अधिकारियों, छात्र-छात्राओं, और पत्रकारों का हृदय से आभार व्यक्त किया। फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. हेमंत यादव ने विश्वविद्यालय के सहयोग और इस पुरस्कार को संभव बनाने के लिए सभी का धन्यवाद किया।
प्रशांत कुमार यादव की स्मृति में स्थापित यह पुरस्कार न केवल उनकी होनहारता और समाजसेवा की भावना को जीवित रखता है, बल्कि युवा छात्रों को भी प्रेरित करता है। प्रशांत फाउंडेशन का यह प्रयास समाज में बदलाव लाने और जरूरतमंदों की मदद करने की दिशा में एक मील का पत्थर है।
______________________






