आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के फतेहपुर सीकरी से भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल के बेटे डॉ. रामेश्वर चौधरी का एक वायरल ऑडियो सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा था। ऑडियो में डॉ. रामेश्वर पर वैश्य समाज के खिलाफ जातिगत टिप्पणी और टैंकर से डीजल-पेट्रोल खाली कराने के दबाव का आरोप था। वैश्य समाज ने आक्रोश जताया और सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं आईं। अब विधायक ने बेटे के बयान की घोर निंदा की है और वैश्य समाज से खेद व्यक्त किया है। यह मामला राजनीतिक रूप से भी गरमा गया है, क्योंकि डॉ. रामेश्वर हाल ही में लोकसभा चुनाव में भाजपा से बागी होकर निर्दलीय उम्मीदवार थे।
विधायक का खेद और बयान
विधायक चौधरी बाबूलाल ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा, “आठ अक्टूबर को मेरे पुत्र डॉ. रामेश्वर चौधरी और अनुराग अग्रवाल के बीच विगत दिनों फोन पर हुई वार्ता का ऑडियो वायरल हुआ है। जिसमें मेरे पुत्र द्वारा वैश्य समाज के प्रति जिन शब्दों का प्रयोग किया गया है, उसको लेकर वैश्य समाज ने अपना रोष व्यक्त किया है। इस घटना की घोर निंदा करता हूं। मैं अपनी ओर से खेद व्यक्त करता हूं।” विधायक ने समाज के लोगों से अपील की कि वे इस घटना को भूलकर एकजुट रहें। भाजपा जिला अध्यक्ष ने भी विधायक को नोटिस जारी किया था, लेकिन अब मामला शांत होने के संकेत मिल रहे हैं।
वायरल ऑडियो का विवरण
- ऑडियो में टिप्पणियां: वायरल ऑडियो में डॉ. रामेश्वर चौधरी कहते सुनाई देते हैं, “मैं बनिया जाति को अच्छे से जानता हूं। सबसे अधिक डिफाल्टर बनिया ही होते हैं। मैं किरावली में बनियों का नेता हूं। हर साल 6 से 20 करोड़ तक लेकर बनिया भाग जाते हैं। बनिया बेईमान हो जाता है तो 20 पैसे पर हिसाब करता है। तुम उन्हीं में से हो।” इसके बाद उन्होंने धमकी भी दी।
- सोशल मीडिया प्रभाव: ऑडियो वायरल होने के बाद वैश्य समाज की ओर से विरोध प्रदर्शन हुए। सोशल मीडिया पर #BoycottChoudhary जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। कई यूजर्स ने इसे जातिवाद का उदाहरण बताया।
घटना का पूरा मामला
- टैंकर विवाद: संजय प्लेस निवासी अनुराग अग्रवाल (वैश्य समाज) का अछनेरा के रायभा में पेट्रोल पंप है। 24 सितंबर की रात पुलराज ट्रेडर्स के माध्यम से मथुरा रिफाइनरी से एक टैंकर आया, जिसमें 3 हजार लीटर पेट्रोल और 9 हजार लीटर डीजल के कागजात थे। मापने पर मात्रा अधिक निकली।
- रिफाइनरी की जांच: अनुराग ने इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन को सूचना दी। अगले दिन रिफाइनरी टीम ने जांच की।
- फोन कॉल और दबाव: जांच के दौरान डॉ. रामेश्वर चौधरी का अनुराग के मोबाइल पर फोन आया। उन्होंने टैंकर को खाली करने का दबाव बनाया। अनुराग ने कहा कि कंपनी को सूचित कर दिया है, फैसला वही लेगी। इस पर डॉ. रामेश्वर ने जातिगत टिप्पणी की और धमकी दी। अनुराग ने ऑडियो रिकॉर्ड कर लिया, जो बाद में वायरल हो गया।
वैश्य समाज और राजनीतिक प्रतिक्रिया
- समाज का आक्रोश: वैश्य समाज ने डॉ. रामेश्वर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। समाज के संगठनों ने कहा कि ऐसी टिप्पणियां समाज को बांटने वाली हैं। आगरा में एक सभा में विधायक बाबूलाल से माफी की मांग की गई।
- राजनीतिक कोण: डॉ. रामेश्वर फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल के बेटे हैं। वे हाल ही में लोकसभा चुनाव में बागी होकर निर्दलीय उम्मीदवार बने थे, जिसके बाद भाजपा ने उन्हें और पिता को नोटिस जारी किया था। विपक्षी दलों ने इसे भाजपा की आंतरिक कलह का उदाहरण बताया।
- पुलिस/कानूनी कार्रवाई: अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं हुई है, लेकिन वैश्य समाज ने एसएसपी से मिलकर जांच की मांग की है।