शिक्षा के प्रबल समर्थक थे डा. कलाम-महेन्द्रनाथ यादव
बस्ती । बुधवार को समाजवादी पार्टी कार्यालय पर पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयन्ती पर याद किया गया। उपस्थित लोगों ने डा. कलाम के चित्र पर माल्यार्पण के साथ उनके योगदान पर चर्चा किया।
समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष और बस्ती सदर विधायक महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि उनकी जयंती को विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है, यह दिन छात्रों को यह बताता है कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत, समर्पण और सही दिशा में प्रयास करना आवश्यक है। डॉ कलाम शिक्षा के प्रबल समर्थक थे और मानते थे कि छात्रों में दुनिया में बड़ा बदलाव लाने की शक्ति है। वह विज्ञान और प्रौद्योगिकी, विशेषकर मिसाइल विकास और अंतरिक्ष अनुसंधान में अपने काम के लिए जाने जाते थे, लेकिन उनमें युवाओं को पढ़ाने और प्रेरित करने का भी विशेष जुनून था। उनका योगदान सदैव याद किया जायेगा।
पूर्व विधायक राजमणि पाण्डेय, दयाशंकर मिश्र, आर.डी. निषाद, मो. स्वाले, जावेद पिण्डारी, मो. सलीम, अरविन्द सोनकर, जमील अहमद, सुरेन्द्र सिंह ‘छोटे’संजय गौतम, मो. हारिश आदि ने कहा कि डा. कलाम युवाओं के लिये प्रेरणा है। यदि आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूरज की तरह जलें, श्रेष्ठता एक सतत प्रक्रिया है, कोई हादसा नहीं,. छोटा लक्ष्य अपराध है, लक्ष्य बड़ा रखें,आपका सपना सच हो, इससे पहले आपको सपना देखना होगा, ऐसे उनके विचारांे ने देश को नई दिशा दिया। कठिन परिस्थिति में उन्होने वह कर दिखाया जो असंभव माना जाता था। वे सदैव याद किया जायेगा।
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम को उनकी जयन्ती पर याद करने वालों में मुख्य रूप से युनूस आलम, प्रशान्त यादव, मधुवन यादव, चन्द्रिका यादव, नितराम चौधरी, अकबर अली, मुरली पाण्डेय, रणजीत यादव, कक्कू शुक्ल, गौरीशकर यादव, महेश चौधरी, भोलू खां, रविकान्त निषाद, जोखूलाल यादव, अशोक यादव, पंकज निषाद, अभिषेक यादव, राहुल सोनकर, रामचन्द्र यादव, रहमान सिद्दीकी के साथ ही अनेक सपा नेता कार्यकर्ता शामिल रहे।

शिवेश शुक्ला मंडल ब्यूरो चीफ, बस्ती (जिला नज़र सोशल & प्रिंट मीडिया न्यूज़ नेटवर्क) शिवेश शुक्ला एक प्रतिबद्ध और अनुभवी पत्रकार हैं, जो पत्रकारिता में 10 वर्षों की दक्षता रखते हैं। बीते 5 वर्षों से 'जिला नज़र' में मंडल ब्यूरो चीफ पद पर कार्यरत हैं, वे निर्भीकता और निष्पक्षता के साथ जनसरोकार से जुड़ी खबरों की मुखर आवाज बने हुए हैं।

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