फतेहाबाद/आगरा: चातुर्मास के समापन के साथ ही देव जागृत का पर्व देवोत्थान एकादशी 1 नवंबर को पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा इस दिन भगवान विष्णु निंद्रा से जागेंगे इसी के साथ शुभ कार्य प्रारंभ हो जाएंगे देवोत्थान के साथ ही शादी विवाह गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्य प्रारंभ हो जाएंगे देवोत्थान एकादशी पर घर-घर में पूजा अर्चना दीप सज्जाऔर मंगल गीतों की गूंज से वातावरण भक्ति में रहेगा इस एकादशी को प्रबोधिनी एकादशी कहा जाता है जो वर्ष की सबसे बड़ी एकादशी मानी जाती है देवोत्थान के साथ ही शादी विवाह और शुभकार्य प्रारंभ हो जाएंगे।
कस्बा के बाजारों में बड़ी रौनक शादी वाले परिवार खरीदारी में जुटे
देवोत्थान एकादशी के साथ-सालग प्रारंभ हो जाएंगे इसको लेकर शादी वाले परिवारों मैं शादी की तैयारी को लेकर खरीदारी प्रारंभ कर दी है इससे कस्बे के बाजारों में दीपावली के बाद रौनक दिखाई देने लगी है शादी विवाह के कारोबार से जुड़े व्यापारी ब्यूटी पार्लर सराफा बाजार कपड़ा मार्केट सजावट और कैंटीन व्यवसाय बेहतर कारोबार की उम्मीद से उत्साही है देवोत्थान एकादशी पर्व एक और दो नवंबर को मनाया जाएगा 3 महीने बाद देवताओं के जगने के बाद शुभ मुहूर्त का सिलसिला प्रारंभ हो जाएगा कस्बा के अधिकतर मैरिज होम पहले से बुक हो गए हैं जबकि शादी वाले घरों में वैवाहिक तैयारी जोरों पर की जा रही है।
विवाह की प्रमुख शुभ तिथियां
इस साल नवंबर के महीने में 12 दिसंबर माह में चार और जनवरी माह में12 शुभ मुहूर्तबन हैं इसके साथ ही 27 जनवरी तक श्रेष्ठमुहूर्त का दौर जारी रहेगा देवठान एकादशी को बड़ी संख्या में अनसूझे विवाह भी किए जाते हैं देवठान एकादशी को ध्यान में रखते हुए बैंड बाजे संचालकों द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई है कस्बा के प्रमुख कृष्णा बैंड संचालक नौशाद खान ने बताया कि बैंड कारीगरों द्वारा एक महीने पहले से रियलसल की जा रही है जो अंतिम दौर में पहुंच चुकी है।
- रिपोर्ट — सुशील गुप्ता

