आगरा । आगरा शहर में मेट्रो रेल परियोजना का कार्य तेजी से चल रहा है, जो कि लगभग अगले दो वर्षों तक जारी रहेगा। यह परियोजना भविष्य में आगरा के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी, इसमें कोई संदेह नहीं है, लेकिन वर्तमान समय में इसके कारण शहर का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। विशेषकर भीषण ट्रैफिक जाम ने आम नागरिकों के साथ-साथ स्कूली बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए गंभीर समस्याएँ खड़ी कर दी हैं।

यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन यूटा आगरा के जिला महामंत्री राजीव वर्मा ने बताया कि विद्यालय खुलने और छुट्टी के समय शहर के अधिकांश प्रमुख मार्गों पर अत्यधिक जाम की स्थिति रहती है। छोटे-छोटे बच्चों को कई-कई घंटे जाम में फँसना पड़ता है, जिससे न केवल उनका कीमती समय नष्ट हो रहा है बल्कि उनकी सुरक्षा, स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।

अभिभावक बच्चों को विद्यालय भेजते समय भय और चिंता में रहते हैं। ऐसी विषम परिस्थितियों में आगरा जनपद के प्राइमरी से लेकर इंटर कॉलेज तक के विद्यार्थियों के हित को सर्वोपरि रखते हुए, यह अत्यंत आवश्यक हो गया है कि जब तक मेट्रो निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो जाता और शहर को जाम से मुक्ति नहीं मिल जाती, तब तक ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था की जाए। कोविड काल में ऑनलाइन शिक्षा की व्यवस्था सफलतापूर्वक लागू की जा चुकी है,

अतः तकनीकी रूप से यह पूर्णतः संभव है।ऑनलाइन शिक्षा से बच्चों को जाम की समस्या से राहत मिलेगी, दुर्घटनाओं की आशंका कम होगी और अभिभावकों को भी मानसिक शांति मिलेगी। साथ ही बच्चों की पढ़ाई भी बाधित नहीं होगी। यह कदम अस्थायी है, लेकिन बच्चों के भविष्य और सुरक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है।

यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा), आगरा जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग से यह पुरजोर माँग करता है कि वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए इस विषय पर शीघ्र सकारात्मक निर्णय लिया जाए। बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ उनकी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाना चाहिए। आशा है कि जिला प्रशासन इस गंभीर विषय पर संवेदनशीलता दिखाते हुए जनहित में उचित निर्णय लेगा।

🔹मु. इस्माइल खान

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