ACP सुकन्या शर्मा की दबिश से दो गिरफ्तार, नाबालिग सहित दो लड़कियां मुक्त, 44K कैश जब्त

आगरा। ताजनगरी की पवित्रता पर एक और काला धब्बा! सैंया एसीपी सुकन्या शर्मा की अगुवाई में एएचटीयू (एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट) और थाना एकता की संयुक्त टीम ने नगला डीम के धांधूपुरा इलाके में ‘द ताज पेइंग गेस्ट हाउस’ पर धावा बोलकर एक संगठित सेक्स रैकेट का पर्दाफाश कर दिया। तीन माह से किराए के इस गेस्ट हाउस में गुप्त रूप से देह व्यापार का काला कारोबार फल-फूल रहा था, जिसमें बाहर से लाई गई लड़कियों को शोषित किया जा रहा था। पुलिस कार्रवाई में दो आरोपी गिरफ्तार हुए, जबकि नाबालिग सहित दो पीड़ित लड़कियां मुक्त कराई गईं।

पुलिस आयुक्त के विशेष निर्देश पर चलाए गए इस अभियान में टीम ने रात के अंधेरे में दबिश दी, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। जब्त सामग्री में 44,800 रुपये नकद, कई मोबाइल फोन, रजिस्टर और संदिग्ध वस्तुएं जैसे कंडोम व शराब की खाली बोतलें शामिल हैं। रजिस्टर में दर्ज एंट्रीज और मोबाइल चैट्स से कई अहम सुराग मिले, जो पूरे नेटवर्क को उजागर करने में सहायक साबित हो रहे हैं।

पूछताछ में खुलासे:

गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ के दौरान कई राज उगल दिए। उन्होंने कबूल किया कि लड़कियों को विभिन्न राज्यों से लाकर गेस्ट हाउस में ठहराया जाता था, जहां ग्राहकों से संपर्क के लिए मोबाइल का इस्तेमाल होता था। एसीपी सुकन्या शर्मा ने बताया, “यह कार्रवाई पुलिस की सतर्कता का नतीजा है। हमारा लक्ष्य ऐसे अपराधों के पूरे नेटवर्क को जड़ से उखाड़ फेंकना है। पीड़ित लड़कियों को सुरक्षित आश्रय प्रदान कर दिया गया है।”

कानूनी कार्रवाई:

इस मामले में अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब पूरे नेटवर्क को चिह्नित कर अन्य संभावित ठिकानों पर छापेमारी की तैयारी में जुटी है। यह घटना आगरा में संगठित अपराध के बढ़ते खतरे को उजागर करती है, जहां पर्यटन के नाम पर अपराधी तत्व सक्रिय हो रहे हैं।

स्थानीय निवासियों ने पुलिस की तारीफ की, लेकिन साथ ही इलाके में सुरक्षा बढ़ाने की मांग भी की। यह कार्रवाई न केवल एक रैकेट को ध्वस्त करती है, बल्कि समाज में नैतिकता की रक्षा के लिए एक मजबूत संदेश भी देती है।

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