आगरा। मंगलवार को सर्किट हाउस में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की जनसुनवाई के दौरान एक पीड़ित महिला की बेहोशी ने पूरा परिसर हिला दिया। महिला अपनी आपबीती बयां कर रही थी, तभी वह कुर्सी पर ही बेहोश होकर गिर पड़ी। इस घटना से मौके पर मौजूद सभी लोग सकते में आ गए।
क्या हुआ? (संक्षिप्त में)
- पीड़िता बमरौली कटारा, आगरा की रहने वाली है
- 2023 में पति और ससुराल पक्ष के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कराया था
- लंबी न्याय प्रक्रिया, बार-बार सुनवाई टलने और मानसिक तनाव के कारण गहरे अवसाद में
- पिछले 3 दिन से कुछ खा-पी भी नहीं रही थी
- जनसुनवाई में अपनी बात कहते-कहते अचानक बेहोश
महिला आयोग अध्यक्ष की त्वरित प्रतिक्रिया
उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने तुरंत महिला को घोल पिलाया। खुद 108 पर कॉल करके एंबुलेंस बुलवाई और लगभग आधे घंटे तक सर्किट हाउस गेट पर खड़ी रहकर एंबुलेंस का इंतजार किया।
एंबुलेंस की देरी पर नाराजगी
- तय समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंची
- करीब 30 मिनट बाद एक साथ तीन एंबुलेंस आईं
- अध्यक्ष ने महिला को उसकी मां के साथ एंबुलेंस में बैठवाया और अस्पताल भिजवाया
- इस दौरान बबीता चौहान ने स्वास्थ्य विभाग की इस लापरवाही पर खुलकर नाराजगी जताई
इस घटना ने क्या उजागर किया?
- न्याय में हो रही लंबी देरी से महिलाओं की मानसिक स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है
- आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं (108) की तत्परता पर बड़ा सवाल
- पीड़ित महिलाओं की मनोदशा को लेकर संवेदनशीलता की जरूरत
लोगों की प्रतिक्रिया मौके पर मौजूद फरियादी और अधिकारी दोनों ने महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान की संवेदनशीलता और तुरंत कार्रवाई की जमकर सराहना की।





