🔹राहुल गौड ब्यूरो चीफ, मथुरा

मथुरा।  श्री धाम वृंदावन की पावन परिक्रमा मार्ग पर स्थित प्राचीन सुदामा कुटी आश्रम में 25 सितंबर को एक ऐतिहासिक क्षण होने जा रहा है। महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी स्वयं इस आश्रम के संस्थापक परम संत गोलोकवासी सुदामा दास जी महाराज की भजनकुटी का लोकार्पण करेंगी।

यह कार्यक्रम संत सुदामा दास जी महाराज के श्रीधाम वृंदावन में 100 वर्ष पूर्ण होने के शताब्दी वर्ष महोत्सव का हिस्सा है, जो भक्ति और आध्यात्मिक विरासत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। राष्ट्रपति जी वृंदावन में कुल 5 घंटे रुकेंगी, जिसमें प्रमुख मंदिरों के दर्शन और साधु-संतों से मुलाकात शामिल होगी।

आश्रम प्रबंधन ने बताया कि राष्ट्रपति के कर कमलों से होने वाले इस लोकार्पण के लिए तैयारियां चरम पर हैं। सुदामा कुटी, जो भगवान कृष्ण के परम भक्त सुदामा की स्मृति को जीवंत रखती है, अब शताब्दी वर्ष के अवसर पर नवीनीकृत रूप में भक्तों के लिए खुल जाएगी। यह भजनकुटी न केवल आध्यात्मिक साधना का केंद्र बनेगी, बल्कि ब्रज की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने का प्रतीक भी होगी।

दौरा कार्यक्रम: भक्ति मार्ग पर राष्ट्रपति का स्वागत
राष्ट्रपति मुर्मू का यह एकदिवसीय धार्मिक दौरा मथुरा-वृंदावन की पवित्रता को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर करेगा। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, कार्यक्रम इस प्रकार होगा:

समयावधि कार्यक्रम विवरण :

🔹सुबह 9-10 बजेस्पेशल ट्रेन से दिल्ली से वृंदावन रोड रेलवे स्टेशन पहुंचना; सड़क मार्ग से बांके बिहारी मंदिर दर्शन (लगभग 35 मिनट)।
🔹सुबह 10:30-11:30 गोल्फ कार्ट से निधिवन राज जाकर स्वामी हरिदास जी की समाधि दर्शन।
🔹दोपहर 12-1 बजे सुदामा कुटी आश्रम पहुंचना; भजनकुटी का लोकार्पण और साधु-संतों से मुलाकात (1 घंटा)।
🔹दोपहर 1-3 बजे श्री कृष्ण जन्मस्थान मंदिर दर्शन; दोपहर भोजन एक प्रमुख होटल में।दोपहर 3-4 बजे विदाई और दिल्ली प्रस्थान।

राष्ट्रपति अपनी सादगी के लिए विख्यात हैं, इसलिए यह दौरा ट्रेन से शुरू हो सकता है, जो 150 किलोमीटर की दूरी तय करेगी। वृंदावन रोड स्टेशन से VIP पार्किंग के माध्यम से काफिला सुदामा कुटी पहुंचेगा।

तैयारियां: वृंदावन सज-धजकर राष्ट्रपति का इंतजार

राष्ट्रपति दौरे से पूर्व प्रशासन ने युद्धस्तर पर कार्य तेज कर दिया है। जिलाधिकारी सीपी सिंह ने मार्गों का जायजा लिया और सड़क सुधार, रंगाई-पुताई, स्वच्छता अभियान तथा सौंदर्यीकरण के निर्देश दिए हैं। विशेष रूप से छटीकरा स्थित वृंदावन रोड रेलवे स्टेशन और परिक्रमा मार्ग को चमकाया जा रहा है। बांके बिहारी मंदिर में पारंपरिक स्वागत की तैयारियां चल रही हैं, जबकि सुदामा कुटी के मंहत सुतीक्ष्ण दास महाराज ने भव्य सत्कार की योजना बनाई है।

सुदामा कुटी आश्रम के प्रबंधकों का कहना है कि यह लोकार्पण संत सुदामा दास जी की भक्ति परंपरा को जीवित रखने का माध्यम बनेगा। आश्रम में चल रही व्यवस्थाओं का राष्ट्रपति द्वारा निरीक्षण भी कार्यक्रम का हिस्सा होगा।

महत्व: ब्रज की धरोहर को राष्ट्रीय पटल पर

यह दौरा न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी है। राष्ट्रपति मुर्मू, जो आदिवासी समुदाय से आती हैं, ब्रज की भक्ति भूमि में पधारकर वृंदावन को वैश्विक मानचित्र पर और मजबूती देंगी। सुदामा दास जी महाराज की शताब्दी वर्ष के रूप में यह आयोजन भक्तों के लिए प्रेरणा स्रोत सिद्ध होगा।

स्थानीय निवासियों में उत्साह का माहौल है। एक भक्त ने कहा, “राष्ट्रपति का आगमन ब्रज की पावनता को नई पहचान देगा।” सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी, और दर्शनार्थियों को पूर्व सूचना दी जाएगी।

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