मथुरा: मंगलवार रात वृंदावन रोड और आझई रेलवे स्टेशन के बीच हुए भीषण रेल हादसे के बाद मरम्मत कार्य तेजी से चल रहा है। कोयला लदी मालगाड़ी के 12 डिब्बे पटरी से उतरने से अप, डाउन और थर्ड लाइन प्रभावित हो गई थीं, जिससे दिल्ली-आगरा-मुंबई रूट पर यातायात ठप हो गया था। अब अप और डाउन लाइन में 400 मीटर ट्रैक पर टेंपररी स्लीपर्स लगाए गए हैं, जिससे सभी चारों लाइनें चालू हो गई हैं। हालांकि, सुरक्षा के मद्देनजर हादसे वाले मार्ग पर सभी रेलगाड़ियां केवल 10 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से निकाली जा रही हैं।
मरम्मत का ताजा अपडेट
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, हादसे के स्थल पर क्रॉस ओवर बनाने का काम चल रहा है, जिसके लिए टेंपररी स्लीपर्स का उपयोग किया गया है। इसके साथ ही ओवरहेड इक्विपमेंट (ओएचई) डालने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। सुबह 9:45 बजे ट्रैक पर ट्रायल की तैयारी के बाद तीसरी लाइन से संचालन शुरू हो गया था। सबसे पहले कांगो एक्सप्रेस (10:00 बजे) और फिर होशियारपुर एक्सप्रेस (10:11 बजे) को रवाना किया गया। अप और डाउन लाइन पर कोयले के अवशेष हटाने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है।
रेलवे ने चौथी लाइन पर पहले ही संचालन सुचारू कर दिया था, और अब सभी लाइनों पर कॉशन (सावधानी) लागू की गई है। हादसे के कारण लगभग 24 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुई थीं, जिनमें कई डायवर्ट या शॉर्ट टर्मिनेट की गईं। यात्रियों को हेल्पलाइन नंबरों (139 या 14646) से अपडेट लेने की सलाह दी जा रही है।
हादसे का संक्षिप्त विवरण
मंगलवार रात 8:03 बजे दिल्ली से मथुरा की ओर जा रही मालगाड़ी के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे अप, डाउन और थर्ड लाइन पर कोयला बिखर गया। राहत और बचाव कार्य में क्रेन, जेसीबी और एनडीआरएफ की टीमें लगी रहीं। हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन त्योहार के सीजन में यात्रियों को भारी परेशानी हुई। प्रारंभिक जांच में डिब्बों की कपलिंग खुलने को कारण बताया गया है, हालांकि विस्तृत जांच जारी है।






