नई दिल्ली/एजेंसी: इस दिवाली पर भारत ने न सिर्फ आर्थिक पटाखे फोड़े, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को भी चमकाया। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल दिवाली सेल ने रिकॉर्ड 6.05 लाख करोड़ रुपये का कारोबार किया, जो पिछले साल के 4.25 लाख करोड़ से 25% ज्यादा है। इसमें 5.40 लाख करोड़ रुपये का सामान बिका, तो 65,000 करोड़ रुपये की सेवाओं (जैसे लॉजिस्टिक्स, पैकेजिंग और डिलीवरी) ने भी इकोनॉमी को बूस्ट दिया। ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों से 28% सेल आई, जो बताता है कि खुशहाली अब सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं।
लेकिन असली हीरो? वो 87% भारतीय उपभोक्ता, जिन्होंने ‘वोकल फॉर लोकल’ को गले लगाया और चाइनीज प्रोडक्ट्स को ठेंगा दिखा दिया। CAIT के सर्वे में सामने आया कि 100 में से 87 लोगों ने भारतीय माल चुना, जिससे देसी मैन्युफैक्चरर्स की सेल 25% उछली। चाइनीज सामान की मांग में भारी गिरावट आई—फैंसी लाइट्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, होम डेकोर और टॉयज से लेकर पटाखों तक। गैलवान घाटी संघर्ष के बाद से चली आ रही ‘बॉयकॉट चाइना’ मुहिम ने इस बार जोर पकड़ा, और PM मोदी के ‘स्वदेशी दिवाली’ आह्वान ने इसे और मजबूत किया। नतीजा? चाइनीज एक्सपोर्टर्स को करोड़ों का नुकसान, जबकि भारतीय छोटे व्यापारियों ने बाजार पर कब्जा जमा लिया।

ट्रेडर कॉन्फिडेंस इंडेक्स 7.8 से चढ़कर 8.6 हो गया, जबकि कंज्यूमर कॉन्फिडेंस 8.4 पर पहुंचा। GST रिफॉर्म्स ने सामान सस्ता किया, जिससे खरीदारी का जोश दोगुना हुआ। CAIT के चेयरमैन बीसी भारतीया ने कहा, “ये दिवाली आर्थिक स्वतंत्रता की मिसाल है। 9 करोड़ छोटे कारोबारियों ने साबित किया कि भारत का असली इंजन यही है।”
क्यों जीता दिल? ‘मेक इन इंडिया’ की जीत
87% का स्वदेशी प्यार: सर्वे में 87% खरीदारों ने कहा, “देसी ही बेहतर!” इससे चाइनीज गुड्स की सेल में 40-60% की गिरावट (पिछले बॉयकॉट ट्रेंड्स के आधार पर)।
महिलाओं और युवाओं का योगदान: फैशन, होम डेकोर और गिफ्ट्स में देसी ब्रांड्स ने बाजी मारी। earthen दीये और हरे पटाखों की डिमांड आसमान छूई।
इकोनॉमी बूस्ट: ये सेल न सिर्फ व्यापारियों को मजबूत करेगी, बल्कि आने वाले महीनों में भी ग्रोथ को सपोर्ट देगी।
इस दिवाली ने साबित कर दिया—प्रकाश का त्योहार अब सिर्फ रोशनी का नहीं, बल्कि आर्थिक रोशनी का भी है। आत्मनिर्भर भारत का सपना हकीकत बन रहा है, और चाइना को ठेंगा दिखाने वाले 87% भारतीयों ने दिल जीत लिया! क्या आपने भी इस बार सिर्फ देसी खरीदा? कमेंट में बताएं।






