गर्भवती महिलाओं और बीमारों को मिल रही त्वरित मदद
जमीनी स्तर पर सीएमएचओ के नेतृत्व में राहत कार्यों की समीक्षा और व्यवस्थाएं सुनिश्चित
मुरैना/मप्र। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पद्मेश उपाध्याय के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर जमीनी स्थिति का जायज़ा लिया। इस निरीक्षण दल में जिला कार्यक्रम प्रबंधक एस.पी. श्रीवास्तव, DCM सुनील प्रजापति, अंतरा फाउंडेशन के प्रतिनिधि, जौहां पीएचसी और ब्लॉक अंबाह की टीम शामिल रही।
इस अभियान का प्राथमिक उद्देश्य था — बाढ़ से प्रभावित परिवारों की चिकित्सा जरूरतों की पहचान और खासतौर पर गर्भवती महिलाओं, नवजात शिशुओं व गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों के लिए तत्काल चिकित्सा सहायता व एंबुलेंस सुविधा सुनिश्चित करना।
निरीक्षण के दौरान कुथियाना उपस्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत निबरीपुरा गांव का दौरा किया गया। बाढ़ से विस्थापित परिवारों को अस्थायी शिविरों में स्थानांतरित किया गया है, जहां स्वास्थ्य विभाग की टीम तत्परता से सेवाएं दे रही है।
गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। आशा कार्यकर्ता रेखा ने जानकारी दी कि पांच में से तीन महिलाओं को पहले ही शिफ्ट किया जा चुका है, शेष दो के परिजनों से संपर्क किया जा रहा है।

इस दौरान डॉ. उपाध्याय ने प्रियंका पत्नी ऋषिकेश के परिवार से सीधे संवाद कर उन्हें आश्वस्त किया कि किसी भी आपात स्थिति में उन्हें तत्काल एंबुलेंस से अंबाह पहुंचाया जाएगा, साथ ही आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाएं भी सुलभ कराई जाएंगी।
गांव के सचिव मुन्नालाल शर्मा ने बताया कि प्रशासन ने आपात स्थितियों के लिए तीन वाहन 24×7 तैनात कर रखे हैं। वहीं, स्वास्थ्य कर्मियों — आशा, सीएचओ व एएनएम को क्षेत्र में नियमित गश्त के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी संभावित खतरे का समय रहते समाधान किया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग की इस सक्रियता और मानवीय संवेदनशीलता की चारों ओर प्रशंसा हो रही है। विपरीत परिस्थितियों में भी टीम का समर्पण और जमीनी कार्रवाई यह सुनिश्चित कर रही है कि कोई भी ज़रूरतमंद व्यक्ति इलाज से वंचित न रहे।
✍️ जिला ब्यूरो चीफ — मुहम्मद इसरार खान, मुरैना