मथुरा।इनर व्हील क्लब ऑफ मथुरा और खजानी वेलफेयर सोसाइटी के संयुक्त तत्वावधान में महिला बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु एक माह से संचालित राखी निर्माण प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफल समापन हुआ। इस पहल का उद्देश्य महिला बंदियों को हुनरमंद बनाकर मुख्यधारा से जोड़ना रहा।



प्रशिक्षण के समापन पर महिला जेल में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें इनर व्हील क्लब की डिस्ट्रिक्ट चेयरमैन डॉ. सुरुचि सक्सेना, लता गोयल, रश्मि भार्गव, क्लब अध्यक्षा शिल्पी गर्ग, सचिव दीपा भार्गव, अन्य क्लब मेंबर्स और खजानी वेलफेयर सोसाइटी की डायरेक्टर शिप्रा राठी मौजूद रहीं। इस अवसर पर महिला बंदियों को प्रशिक्षण प्रमाणपत्र के साथ-साथ राखी निर्माण सामग्री एवं साड़ी-सूट भी वितरित किए गए।

प्रशिक्षण में तैयार की गई राखियां जैविक हैं, जिनमें बीज लगे हुए हैं, ताकि रक्षाबंधन के पश्चात उन्हें बोया जा सके और पौधों का रूप दिया जा सके। यह अभिनव प्रयास पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ पुनर्वास की दिशा में भी एक सार्थक पहल है।

गौरतलब है कि लोकप्रिय सांसद श्रीमती हेमा मालिनी ने भी इन जैविक राखियों की सराहना करते हुए 100 राखियों का ऑर्डर दिया है। क्लब के सभी सदस्यों ने भी राखियां खरीदकर इस प्रयास को समर्थन दिया।



रात में आयोजित इंस्टॉलेशन सेरेमनी में भी राखियों का स्टॉल लगाया गया, जिससे महिलाओं द्वारा निर्मित राखियों की बिक्री को बढ़ावा मिला। आने वाले दिनों में यह राखियां जेल के बाहर स्टॉल लगाकर भी बेची जाएंगी।

क्लब अध्यक्षा शिल्पी गर्ग ने कहा कि यह केवल एक शुरुआत है, भविष्य में भी महिला बंदियों के लिए इस प्रकार के हुनर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिससे वे समाज में पुनः सम्मानजनक जीवन जी सकें।

राहुल गौड एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में कार्य करने का 10 वर्षों से अधिक का अनुभव है। उत्तर प्रदेश के जनपद मथुरा में सक्रिय रहते हुए उन्होंने विभिन्न समाचार माध्यमों के लिए निष्पक्ष और प्रभावशाली रिपोर्टिंग की है। उनके कार्य में स्थानीय मुद्दों की गंभीर समझ और जनसरोकार से जुड़ी पत्रकारिता की झलक मिलती है।

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