अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में पिछले छह दिनों से फीस वृद्धि के खिलाफ चल रहे छात्रों के धरने के दौरान शुक्रवार को तनाव बढ़ गया। धरना स्थल के पास सड़क पर जुमे की नमाज पढ़ने की कोशिश कर रहे छात्रों को पुलिस ने रोका, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया। पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर छात्रों को खदेड़ा और दो छात्रों, यासिर और अब्दुल्ला, को हिरासत में ले लिया। इससे गुस्साए छात्रों ने कुछ कक्षाओं और लाइब्रेरी को बंद करा दिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने हिरासत में लिए गए छात्रों को छोड़ दिया, जिसके बाद छात्रों का गुस्सा शांत हुआ। हालांकि, बाब-ए-सैयद गेट पर धरना अभी भी जारी है।

पृष्ठभूमि: फीस वृद्धि का विरोध

AMU प्रशासन ने वर्तमान शैक्षिक सत्र में सभी पाठ्यक्रमों की फीस में 30 से 60 प्रतिशत तक की वृद्धि की है। इस फैसले के खिलाफ छात्रों का एक वर्ग छह दिनों से बाब-ए-सैयद गेट पर धरना दे रहा है। छात्र इस वृद्धि को वापस लेने और अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

  • नमाज को लेकर विवाद: शुक्रवार दोपहर 1:40 बजे कुछ छात्रों ने धरना स्थल के पास सड़क पर जुमे की नमाज पढ़ने की तैयारी शुरू की। AMU की प्रॉक्टर टीम ने इसे परिसर के बाहर सड़क पर अनुचित मानते हुए पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने हस्तक्षेप कर नमाज पढ़ने से रोका और हल्का बल प्रयोग किया।
  • छात्रों का उग्र प्रदर्शन: पुलिस की कार्रवाई से नाराज छात्रों ने बाब-ए-सैयद गेट पर नारेबाजी शुरू कर दी। “पुलिस गो बैक” और “प्रॉक्टर इस्तीफा दो” जैसे नारे लगाए गए। कुछ छात्रों ने परिसर में कक्षाओं और लाइब्रेरी को बंद करा दिया।
  • पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया: हालात बिगड़ते देख पुलिस ने अतिरिक्त बल, जिसमें PAC शामिल थी, को बुलाया। एसीएम प्रथम दिग्विजय सिंह और सीओ सिविल लाइन मौके पर पहुंचे। स्थिति को शांत करने के लिए हिरासत में लिए गए दोनों छात्रों को छोड़ दिया गया।

छात्रों का पक्ष

छात्रों का कहना है कि वे छह दिनों से फीस वृद्धि के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना दे रहे हैं। नमाज के समय कुछ छात्र सड़क के किनारे नमाज पढ़ रहे थे, लेकिन AMU प्रशासन ने पुलिस बुलाकर उन्हें रोका और लाठियां चलवाईं। छात्रों ने इस कार्रवाई के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।

प्रॉक्टर का बयान

प्रोफेसर वसीम अली, AMU के प्रॉक्टर, ने कहा कि कुछ बाहरी तत्वों ने छात्रों को भड़काया, जिसके कारण सड़क पर नमाज पढ़ने की कोशिश की गई। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने आवश्यक कदम उठाए। दोनों छात्रों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया और उन्हें भविष्य में ऐसी गतिविधियों से बचने की हिदायत दी गई।

सीसीटीवी निगरानी

प्रोफेसर वसीम अली ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन सीसीटीवी कैमरों के जरिए पूरे घटनाक्रम पर नजर रख रहा था। सुबह से ही संदेह था कि धरना स्थल के पास नमाज पढ़ी जा सकती है, जिसके चलते प्रॉक्टर टीम सतर्क थी।

छात्रों की मांगे

  • एएमयू प्रशासन द्वारा की गई फीस वृद्धि वापस ली जाए
  • छात्र संघ चुनाव जल्द से जल्द कराए जाएं
  • धरने में शामिल होने पर निलंबित किए छात्रों का निलंबन वापस लिया जाए।
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