📍 समाचार सार
खेरागढ़ (आगरा)। भारतीय वायुसेना के जवान लाखन सिंह लोधी राजपूत (35) का पार्थिव शरीर बुधवार सुबह तिरंगे में लिपटा उनके पैतृक गांव खानपुर पहुंचा, जहां उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया।
गांव की खाली पड़ी भूमि पर पुत्र ने उन्हें मुखाग्नि दी।
हजारों ग्रामीणों की उपस्थिति में वायुसेना अधिकारियों ने सलामी दी और परिजनों को तिरंगा सौंपा।
जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की।
• देश उनके बलिदान को सदैव स्मरण रखेगा। वायुसेना के इस वीर सपूत को शत् शत् नमन।
रिपोर्ट🔹मुहम्मद इस्माइल
खेरागढ़/आगरा। राष्ट्रसेवा में प्राण न्यौछावर करने वाले भारतीय वायुसेना के वीर जवान लाखन सिंह लोधी राजपूत (उम्र 35 वर्ष) का बुधवार को उनके पैतृक गांव खानपुर में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जैसे ही उनका पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा गांव पहुंचा, माहौल गमगीन हो गया। हर आंख नम थी और हर हृदय गर्व से भरा हुआ।
तिरंगा यात्रा के रूप में जब उनके शव को खानपुर के कागारौल मार्ग स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास लाया गया, तो पूरा गांव ‘भारत माता की जय’ और ‘अमर रहे’ के नारों से गूंज उठा। उनके मासूम पुत्र ने कांपते हाथों और नम आंखों से उन्हें मुखाग्नि दी — एक ऐसा क्षण जिसे देख हर व्यक्ति की आत्मा कांप उठी।
उनकी अंतिम यात्रा में हजारों ग्रामीणों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों और वायुसेना के अधिकारियों ने भी भाग लिया।
एयरफोर्स अधिकारियों ने शोकाकुल परिजनों को राष्ट्रीय ध्वज सौंपते हुए सलामी दी।
इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य अनिल कुमार शर्मा, कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामनाथ सिंह सिकरवार, अर्जुन सिंह लोधी समेत अनेकों गणमान्य जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
लाखन सिंह की पोस्टिंग जलंधर कैंट, पंजाब में थी। सेना की आंतरिक प्रक्रिया के अनुसार पोस्टमार्टम के बाद उनके पार्थिव शरीर को पैतृक गांव लाया गया। उनका जाना केवल परिवार ही नहीं, पूरे क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है।
इस शोकाकुल अवसर पर गोविंद सिंह प्रधान, हरिपाल सिंह (पूर्व प्रधान), महेश गर्ग, सुमेर सिंह, राजवीर सिंह, रवि लोधी, तोताराम, और अनेकों ग्रामीण व सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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