इस्लामाबाद/नई दिल्ली। लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के डिप्टी चीफ और अप्रैल 2025 के पहलगाम आतंकी हमले के मास्टरमाइंड सैफुल्लाह कसूरी ने भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली धमकी दी है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में कसूरी ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की तारीफ की और कहा, “मैं हमारे सर्वोच्च नेता फील्ड मार्शल असीम मुनीर से अनुरोध करता हूं कि पीएम मोदी को 10 मई 2025 जैसा सबक सिखाएं।” उसने पाकिस्तान में हाल की बाढ़ के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराते हुए “वाटर टेररिज्म” का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि जम्मू-कश्मीर के बांधों, नदियों और इलाकों पर कब्जा कर लिया जाएगा।
वीडियो में क्या कहा गया?
वायरल वीडियो में कसूरी खुद को “बाढ़ राहत कार्य” के नाम पर बोलते दिखाया गया है। वह भारत पर “अनियंत्रित पानी छोड़ने” का आरोप लगाता है, जिससे पाकिस्तान के कई इलाकों में बाढ़ आई। कसूरी ने कहा, “भारत वाटर टेररिज्म कर रहा है। भारत और पीएम मोदी अपने कृत्यों का अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें।” वह पाकिस्तानी सेना को “फील्ड मार्शल” कहकर संबोधित करता है और 10 मई 2025 की घटना का जिक्र करता है, जिसे भारतीय खुफिया एजेंसियां सीमा-पार आतंकी साजिश से जोड़ रही हैं।
यह वीडियो पाकिस्तान के सोशल मीडिया चैनलों पर तेजी से फैल रहा है, जहां कसूरी ने “पहलगाम-2” जैसे नए हमले की धमकी भी दी है। खुफिया स्रोतों के अनुसार, यह ISI समर्थित प्रोपगैंडा का हिस्सा है, जो सिंधु जल संधि पर पाकिस्तान के हालिया बयानों से जुड़ा हुआ लगता है।
पहलगाम हमला: कसूरी का काला इतिहास
सैफुल्लाह कसूरी, जो लश्कर का सीनियर कमांडर और द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) का हैंडलर है, अप्रैल 2025 के पहलगाम हमले का मुख्य साजिशकर्ता माना जाता है। 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में पर्यटकों पर गोलीबारी में 28 लोग मारे गए थे, जो 26/11 के बाद का सबसे बड़ा नागरिक हादसा था। हमलावरों ने सेना की वर्दी पहन रखी थी और LoC पार करके घुसे थे। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने कसूरी को हाफिज सईद का करीबी बताया है, जो हिजबुल मुजाहिदीन और अन्य समूहों के साथ मिलकर साजिश रचता है।
सितंबर 2025 में “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान भारत ने लश्कर के मुरिदके मुख्यालय को नष्ट कर दिया था, जिसके बाद कसूरी ने पाकिस्तानी सरकार और सेना से फंडिंग की बात स्वीकार की थी। अब यह नई धमकी उसी का हिस्सा लग रही है।
भारत की प्रतिक्रिया: सतर्कता और कूटनीतिक कदम
विदेश मंत्रालय ने इस धमकी को “पाकिस्तानी प्रॉक्सी वॉर का हिस्सा” बताते हुए कड़ी निंदा की है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह आतंकी प्रोपगैंडा भारत को डराने का असफल प्रयास है। हमारी सेनाएं हमेशा सतर्क हैं।” जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, खासकर बांधों और नदी घाटियों पर।
पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने 26 सितंबर को सिंधु जल संधि पर भारत पर उल्लंघन का आरोप लगाया था, जिसके ठीक बाद यह वीडियो आया। विशेषज्ञों का मानना है कि यह पाकिस्तान की आर्थिक संकट और FATF की निगरानी से बचने की कोशिश है।
सोशल मीडिया पर हंगामा
X (पूर्व ट्विटर) पर वीडियो वायरल होने के बाद #SaifullahKasuri और #ModiThreat जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। पत्रकार आदित्य राज कौल ने लिखा, “लश्कर को पाक सरकार और सेना से पैसा मिला है मुरिदके HQ दोबारा बनाने के लिए।” OSINTTV जैसे अकाउंट्स ने वीडियो शेयर करते हुए चेतावनी दी कि यह नई घुसपैठ की शुरुआत हो सकती है।
भारतीय यूजर्स ने इसे “हूरों की जल्दी” बताते हुए मजाक उड़ाया, जबकि कुछ ने अमेरिका की पाक सेना समर्थन की आलोचना की।
विशेषज्ञों की राय
रक्षा विश्लेषक ने कहा, “कसूरी जैसे आतंकी भारत की मजबूत नीतियों से बौखला गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर ने उनके नेटवर्क को तोड़ा है।” अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, यह पाकिस्तान के आतंकी फंडिंग पर सवाल खड़े कर रहा है।
भारत सरकार ने संयुक्त राष्ट्र और अन्य मंचों पर इसकी शिकायत करने का ऐलान किया है। फिलहाल, सीमा पर सतर्कता बरती जा रही है।