आगरा: 2027 के विधानसभा चुनाव की पहली सीढ़ी कहे जाने वाले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) का काम ज़ोरों पर है। 4 नवंबर से BLO घर-घर फॉर्म बाँट रहे हैं। अब तक 34 लाख से ज़्यादा मतदाताओं तक फॉर्म पहुँच चुके हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि विपक्षी दल इस सबसे अहम प्रक्रिया में कहाँ गायब हैं?
भाजपा अकेली 100%, बाकी सब फिसड्डी
जिले में कुल 9 विधानसभाएँ और 3,696 पोलिंग बूथ हैं।
- भाजपा → सभी 3,696 बूथों पर BLA तैनात (100%)
- सपा → सिर्फ 1,602 बूथों पर BLA, 2,094 बूथ खाली
- बसपा → सिर्फ 1,626 बूथों पर BLA, 2,070 बूथ खाली
- कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, अपना दल (सोनेलाल), CPI-M, NPP → ज़ीरो BLA (एक भी नहीं!)
यानी सपा + बसपा के कुल 4,164 बूथ अभी भी “अनाथ” पड़े हैं।
इन विधानसभाओं में सपा-बसपा का भी “शून्य”
सपा ने पूरी तरह खाली छोड़े क्षेत्र:
- एत्मादपुर
- आगरा ग्रामीण
- फतेहपुर सीकरी
- खेरागढ़
बसपा ने पूरी तरह खाली छोड़े क्षेत्र:
- एत्मादपुर
- आगरा छावनी
- खेरागढ़
- फतेहाबाद
- बाह
BLA न होने से क्या नुकसान?
- नए मतदाता का नाम जुड़वाने में दिक्कत
- मृत/स्थानांतरण मतदाताओं का नाम कटवाने में अड़चन
- फॉर्म भरवाने, अभिभावक मिलान में कोई राजनीतिक निगरानी नहीं
- गड़बड़ी की शिकायत करने वाला कोई नहीं
- अंतिम सूची में मनमानी का खतरा
निर्वाचन आयोग ने साफ कहा था – हर राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दल को हर बूथ पर BLA नियुक्त करना अनिवार्य है, ताकि पारदर्शिता बनी रहे। लेकिन जमीनी हकीकत ये है कि भाजपा को छोड़कर कोई भी दल गंभीर नहीं है।
अधिकारी भी हैरान
उप जिला निर्वाचन अधिकारी यमुनाधर चौहान ने बताया: “सभी दलों की मीटिंग की गई थी। सबको लिखित-पत्र देकर BLA बनाने को कहा गया था। भाजपा ने तो 100% कर दिया, लेकिन कांग्रेस, आप, अपना दल ने एक भी BLA नहीं बनाया। सपा-बसपा भी आधे-अधूरे हैं। समय सीमा 28 नवंबर तक है, इसके बाद नाम नहीं जोड़े जाएंगे।”
2027 की तैयारी में भाजपा सबसे आगे
जबकि विपक्ष अभी “सुस्त” मोड में है, भाजपा ने बूथ स्तर पर पूरी मशीनरी सक्रिय कर दी है। हर बूथ पर BLA के अलावा पन्ना प्रमुख और सह-प्रमुख भी एक्टिव हैं। यही कारण है कि 2022 में भी आगरा की 9 में से 8 सीटें भाजपा के खाते में गई थीं।





