• सेवा के 30 दिन पूर्ण
• 4500+ जरूरतमंदों को भोजन
• बिना रुके, बिना थके जारी है सेवा
• हर दिन 11 से 2 बजे तक भोजन वितरण
• धार्मिक अवसरों पर सहयोग का आह्वान
• – श्री जगन्नाथ अन्नपूर्णा रसोई ने पूर्ण किए सेवा के 30 दिन, 4500 से अधिक जरूरतमंदों को कराया भोजन
रिपोर्ट 🔹सुशील गुप्ता
फतेहाबाद, आगरा। “भूख सबसे बड़ी पीड़ा है, और भूख मिटाना सबसे बड़ा पुण्य।” इसी भावना को साकार कर रही है फतेहाबाद कस्बे की समाजसेवी संस्था श्री जगन्नाथ सेवा संस्था, जिसके अन्नपूर्णा रसोई अभियान ने आज सेवा के एक महीने पूर्ण कर लिए हैं। बीते 27 जून से निरंतर चल रहे इस अभियान के तहत अब तक 4500 से अधिक गरीब और जरूरतमंद लोगों को भरपेट भोजन कराया जा चुका है।
संस्था के अध्यक्ष अर्पित गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इस रसोई का उद्देश्य है कि “अब किसी भी गरीब की थाली खाली ना रहे और कोई भी जरूरतमंद भूखे पेट ना सोए।” अन्नपूर्णा रसोई प्रतिदिन सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक जरूरतमंदों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध करवा रही है।
अर्पित गुप्ता ने कहा कि यह सेवा कार्य केवल संस्था नहीं, बल्कि समर्पित दानदाताओं और सेवाभावी लोगों के सहयोग से संभव हो पा रहा है। उन्होंने सभी सहयोगियों का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा कि प्रवीण गुप्ता (नमकीन वाले), अंकित गुप्ता, नितिन गुप्ता, सुमित गुप्ता, साहिल गुप्ता, रोहित गुप्ता, अमित गुप्ता, उमाशंकर गुप्ता, श्याम गुप्ता और श्री भगवान हवाई का योगदान अविस्मरणीय है।
संस्था ने अपील की है कि जो भी व्यक्ति किसी धार्मिक अनुष्ठान, पुण्यतिथि, जन्मदिन या वैवाहिक वर्षगांठ के अवसर पर समाज सेवा करना चाहते हैं, वे अन्नपूर्णा रसोई में सामान्य सहयोग राशि देकर एक दिन की भोजन व्यवस्था का पुण्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
श्री गुप्ता ने विश्वास जताया कि भगवान जगन्नाथ जी की कृपा और समाज के सहयोग से यह रसोई निरंतर चलती रहेगी और कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति भूखा नहीं सोएगा। अन्नपूर्णा रसोई समाजसेवा की वह मिसाल बन रही है, जो वास्तव में ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ के भाव को जीवंत कर रही है।
—