अलीगढ़, 27 नवंबर 202। शहर की सड़कों पर तनाव की लहर दौड़ रही है। अलीगढ़ पुलिस का एक ‘लापता सितारा’ – इंस्पेक्टर अनुज कुमार – पिछले दो महीनों से हवा में गुम!
क्या ये एक साधारण गायब होना है, या फिर ड्यूटी की जंजीरों से आजाद होने की सनसनीखेज साजिश? पुलिस ने शहर भर में पोस्टरों की बौछार कर दी है, और जो भी सुराग देगा, उसे 50 हजार रुपये का मोटा इनाम मिलेगा। लेकिन सवाल वही पुराना: अनुज कहां गायब हो गए? और क्यों?
कल्पना कीजिए – महुआखेड़ा के धनीपुर मंडी इलाके का वो शख्स, जो कभी पुलिस की वर्दी में कानून का पहरा था, आज खुद लापता है। अनुज कुमार, जिनकी कहानी अब शहर की चाय की दुकानों से लेकर सोशल मीडिया तक गूंज रही है। सूत्रों के मुताबिक, उनकी गुमशुदगी कोई पहली घटना नहीं। ड्यूटी पर लापरवाही के आरोप, बार-बार गैरहाजिर रहने की शिकायतें – ये सब पुरानी बातें हैं।
आखिरकार, इन शिकायतों के बोझ तले दबकर इंस्पेक्टर को निलंबन की कठोर सजा मिली। लेकिन निलंबन के बाद… अंधेरा! दो महीने बीत चुके, और कोई सुराग नहीं। क्या ये बदले की आग थी? या फिर वर्दी के बोझ से तंग आकर भागने का दर्दनाक फैसला?
अलीगढ़ पुलिस अब अलर्ट मोड में है। एसएसपी के आदेश पर स्पेशल टीम गठित, पोस्टर हर कोने पर चिपके हुए – अनुज की तस्वीर के साथ वो सवाल जो हर किसी के मन में कौंध रहा है: “क्या आपने उन्हें देखा?” इनाम की रकम – 50 हजार रुपये – इतनी है कि कोई भी आम आदमी का कान खड़ा हो जाए। लेकिन क्या ये रकम अनुज को वापस ला पाएगी? शहरवासी बेचैन हैं। एक तरफ कानून का पहरेदार गायब, दूसरी तरफ अपराध की आहट। क्या अलीगढ़ की शांति अब खतरे में है?
पुलिस ने बताया कि अनुज के फोन, बैंक अकाउंट और सोशल सर्कल पर नजर रखी जा रही है। महुआखेड़ा से लेकर दिल्ली बॉर्डर तक सर्च ऑपरेशन जोरों पर। लेकिन सच्चाई क्या है? क्या अनुज की गुमशुदगी में कोई बड़ा राज छिपा है – शायद पुरानी दुश्मनी, या फिर नौकरी के दबाव का विस्फोट? परिवार वाले चुप हैं, लेकिन आंखों में वो दर्द साफ झलकता है जो शब्दों से परे है।
ये कहानी अभी खत्म नहीं हुई। अगर आपके पास कोई सुराग है, तो तुरंत अलीगढ़ पुलिस से संपर्क करें। क्या अनुज लौटेंगे? या ये शहर का एक और अनसुलझा रहस्य बन जाएगा? न्यूज अपडेट्स के लिए बने रहें – क्योंकि सच्चाई हमेशा बाहर आती है, चाहे कितना भी अंधेरा हो!
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