आगरा। भाजपा विधायक भगवान सिंह कुशवाहा के चाचा की दुकान पर हुई कार्रवाई से शुरू हुआ विवाद अब नगर निगम में जोर पकड़ चुका है। नगर निगम के सेनेटरी इंस्पेक्टर सहित 20 कर्मचारियों पर दर्ज एफआईआर के विरोध में शुक्रवार को नगर निगम के कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान कर दिया।

कर्मचारियों ने नगर निगम कार्यालय के सभी विभागों में ताले जड़ दिए और कामकाज ठप कर दिया। हड़ताल के चलते शहर में सुबह से कूड़ा उठाने का काम भी बाधित रहा, जिससे जगह-जगह गंदगी के ढेर लग गए।

तालाबंदी के दौरान निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली। कर्मचारियों का कहना है कि उनके साथ अन्याय हुआ है और बिना तथ्यों की जांच किए मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

क्या है मामला?

नगर निगम की टीम बुधवार को पॉलीथिन प्रतिबंध के अभियान के तहत सराय ख्वाजा पहुंची थी। आरोप है कि विधायक भगवान सिंह कुशवाहा के चाचा जगदीश कुशवाह की दुकान पर प्लास्टिक के गिलास इस्तेमाल होते पाए गए, जिसके बाद चालान काटा गया।

इसी दौरान विवाद बढ़ गया। दुकानदार पर निगम कर्मचारी को थप्पड़ मारने का आरोप है, वहीं दूसरी ओर आरोप है कि सेनेटरी इंस्पेक्टर ने बिना नोटिस दिए बुलडोजर से दुकान का काउंटर और शटर तोड़ दिया।

इस मामले में जगदीश कुशवाह की शिकायत पर शाहगंज थाने में सेनेटरी इंस्पेक्टर प्रदीप गौतम और प्रताप समेत 20 अज्ञात कर्मचारियों के खिलाफ डकैती, हत्या का प्रयास, बलवा, मारपीट, और छेड़छाड़ जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

अब क्या होगा?

नगर निगम के कर्मचारी मांग कर रहे हैं कि एफआईआर को वापस लिया जाए और पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाए। यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी है।

शहर के लोग इस विवाद के चलते परेशान हैं क्योंकि सफाई और अन्य जरूरी सेवाएं प्रभावित हो गई हैं।

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