आगरा। छावनी परिषद क्षेत्र में स्थित श्रीराम मंदिर के प्रतीकात्मक मॉडल को हटाने की तैयारी को लेकर उपजा विवाद अब केंद्र सरकार तक पहुंच गया है। राज्यसभा सांसद नवीन जैन ने इस विषय पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से दिल्ली में भेंट कर पूरे मामले की विस्तृत जानकारी दी और कहा कि इस निर्णय से शहरवासियों की धार्मिक भावनाएं आहत हो रही हैं। रक्षा मंत्री ने इस मामले में जल्द उचित निर्णय लेने का भरोसा दिया है।
सांसद जैन ने बताया कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस मॉडल को धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक पहचान से जुड़ा मानते हैं। उन्होंने रक्षा मंत्री को अवगत कराया कि जी-20 सम्मेलन के दौरान नगर निगम द्वारा क्षेत्र के सौंदर्यीकरण के तहत यह मॉडल स्थापित किया गया था, जिससे स्थान की ब्यूटी और विज़ुअल अट्रैक्शन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। यह जगह पर्यटकों, श्रद्धालुओं और नागरिकों के लिए टूरिस्ट स्पॉट के रूप में लोकप्रिय हो गई थी।
सांसद ने कहा कि इस मॉडल को हटाना न केवल जनता की धार्मिक भावनाओं को आहत करेगा बल्कि इससे जन असंतोष भी बढ़ेगा और शासन के प्रति भ्रम की स्थिति उत्पन्न होगी। उन्होंने इसे स्थानीय प्रशासन और केंद्र सरकार दोनों के लिए एक अत्यंत सेंसिटिव इश्यू बताया।
सांसद जैन ने रक्षा मंत्री को यह भी बताया कि छावनी परिषद क्षेत्र में नागरिक सुविधाओं की स्थिति बेहद चिंताजनक है। सफाई, यातायात और पार्किंग व्यवस्था अव्यवस्थित है तथा परिषद अध्यक्ष ब्रिगेडियर नवीन शर्मा जनप्रतिनिधियों से संवाद नहीं करते, जिससे जनता की शिकायतें अनसुनी रह जाती हैं।
उन्होंने आग्रह किया कि भविष्य में इस तरह के संवेदनशील मुद्दों पर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच नियमित संवाद सुनिश्चित किया जाए ताकि गलतफहमियों और विवादों से बचा जा सके।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सांसद से विस्तृत जानकारी प्राप्त कर विषय की गंभीरता को स्वीकार किया और आश्वासन दिया कि सरकार जनभावनाओं का पूर्ण सम्मान करेगी और मामले में उचित निर्णय शीघ्र लिया जाएगा। सांसद नवीन जैन ने कहा कि वे जनता के हित में इस विषय पर निरंतर निगरानी बनाए रखेंगे।