आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के शमसाबाद मार्ग पर प्रेम नगर मोहल्ला में सोमवार शाम को एक ट्रैवल एजेंसी संचालक के घर के बेसमेंट में दो जोरदार धमाके हो गए। धमाके के साथ ही घर में आग लग गई, जिससे राजेश तोमर की मां जानकी देवी और पत्नी साधना गंभीर रूप से घायल हो गईं। धमाके की आवाज से कॉलोनी के लोग दहशत में आ गए। पड़ोसियों ने किसी तरह आग पर काबू पाया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने गैस सिलिंडर रिसाव को धमाके का कारण बताया है।
ट्रैवल एजेंसी संचालक भानु प्रताप सिंह के बेटे राजेश तोमर प्रेम नगर, शमसाबाद मार्ग पर रहते हैं। सोमवार रात करीब 8 बजे राजेश की मां जानकी देवी घर के 20 मीटर अंदर बने बेसमेंट के कमरे में गैस सिलिंडर से चूल्हा जलाने गई थीं। वहीं, उनकी बहू साधना कमरे के ऊपर बने जाल पर बैठी हुई थीं। बेटा मनोज और बेटी दीक्षा उस समय काम से बाहर थे।
अचानक बेसमेंट में दो धमाके हो गए। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के लोग घरों से बाहर निकल आए। उन्होंने देखा कि राजेश के घर से घना धुआं निकल रहा था। पड़ोसी अंदर पहुंचे तो जानकी देवी दूर पड़ी मिलीं, जबकि साधना पड़ोसी के घर में घायल अवस्था में मिलीं। लोहे का गेट भी धमाके की चपेट में दूर जा गिरा था। लोगों ने तुरंत आग बुझाने का प्रयास किया और किसी तरह काबू पा लिया। इसके बाद घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
धमाके के प्रभाव
धमाके से राजेश के घर को भारी नुकसान हुआ। दरवाजे उखड़ गए, खिड़कियों के शीशे चूर-चूर हो गए, दीवारों में दरारें आ गईं और सीढ़ियों पर लगी स्टील की रेलिंग टूट गई। कॉलोनी में दहशत फैल गई और लोग कुछ देर तक सड़क पर खड़े रहे। सौभाग्य से फ्रिज सुरक्षित मिला, जो शाम को कारीगर ने गैस डालकर ठीक किया था। पुलिस ने कंप्रेसर और गैस सिलिंडर की जांच की, जो सही पाए गए, लेकिन धमाके की तीव्रता से सब हैरान थे।
पुलिस की जांच
एसीपी सदर हेमंत कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में गैस सिलिंडर से रिसाव के कारण धमाका होने की आशंका जताई गई है। चूल्हे की नॉब खुली रह गई थी, जिससे गैस रिसाव हुआ। बेसमेंट में खिड़कियां न होने के कारण गैस जमा हो गई। जानकी देवी के लाइटर जलाने से गैस में आग लग गई और धमाका हो गया। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है और फोरेंसिक टीम को बुलाया गया है।
परिवार और पड़ोसियों की प्रतिक्रिया
घटना के बाद परिवार सदमे में है। राजेश के भाई मनोज और दीक्षा को सूचना मिलने पर वे तुरंत लौट आए। पड़ोसियों ने बताया कि फ्रिज की मरम्मत के दौरान कारीगर आया था, लेकिन उसका इससे कोई लेना-देना नहीं लगता। सभी ने राहत की सांस ली कि बड़ा हादसा टल गया, लेकिन मां-बहू की हालत गंभीर बनी हुई है।
यह घटना घरों में गैस सिलिंडर के उपयोग में सावधानी बरतने की आवश्यकता पर जोर देती है। विशेष रूप से बेसमेंट जैसे बंद स्थानों में वेंटिलेशन की कमी से ऐसी दुर्घटनाएं हो सकती हैं। प्रशासन को ऐसी घटनाओं के प्रति जागरूकता फैलाने और सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करने की जरूरत है। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की जा रही है।