पणजी (एजेंसी)। – गोवा के एक निजी अस्पताल से मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है, जहां इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) में भर्ती 24 वर्षीय मोरक्कन महिला का इलाज करने वाले एक ट्रेनी डॉक्टर ने कथित तौर पर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को महाराष्ट्र के सोलापुर-संघली क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना 31 अगस्त को हुई थी, और आरोपी ने वारदात के बाद गोवा छोड़ दिया था।
घटना का विवरण
पीड़िता, जो मोरक्को की नागरिक है, 29 अगस्त को न्यूरोलॉजिकल समस्या के कारण ओल्ड गोवा स्थित हेल्थवे हॉस्पिटल्स में भर्ती हुई थी। वह एक एनजीओ के आयोजन के लिए गोवा आई थी, जहां वह एक ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा ले रही थी। 31 अगस्त रात करीब 10 बजे, जब पीड़िता ICU में बेड पर थी और उसकी हालत गंभीर थी, तब आरोपी डॉक्टर ने नर्स को कमरे से बाहर भेज दिया। फिर उसने पीड़िता के अस्पताल के गाउन को ऊपर उठाकर उसके निजी अंगों को छुआ और दुष्कर्म किया। पीड़िता उस समय स्थिर (इमोबाइल) और असहाय अवस्था में थी, जिसका फायदा आरोपी ने उठाया।
पीड़िता की बहन, जो स्पेनिश नागरिक है, ने 11 सितंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में बताया गया कि डॉक्टर ने न्यूरोलॉजिकल सेंसिटिविटी टेस्ट के बहाने पीड़िता के प्राइवेट पार्ट्स को छुआ। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64(2)(e) (अस्पताल में दुष्कर्म), 74 (महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से हमला), 75 (अनचाही यौन संपर्क), 76 (जबरन कपड़े उतारना) और 79 (लज्जा पर अपमान) के तहत FIR दर्ज की है।
आरोपी की गिरफ्तारी और फरार होने की कहानी
आरोपी डॉक्टर का नाम वृषभ डोशी (28 वर्ष) है, जो महाराष्ट्र के सोलापुर का निवासी है। घटना के बाद वह गोवा से फरार हो गया था। पुलिस ने एक स्पेशल टीम गठित की, जो उसे ट्रैक करने में लगी। 11 सितंबर को सोलापुर-संघली क्षेत्र में छिपे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। उत्तर गोवा के एसपी राहुल गुप्ता ने बताया, “आरोपी ने अपराध के बाद गोवा छोड़ दिया था। हमने उसे सोलापुर में ढूंढ निकाला और गिरफ्तार कर लिया।” कोर्ट ने आरोपी को एक दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।
अस्पताल की प्रतिक्रिया
हेल्थवे हॉस्पिटल्स ने एक बयान जारी कर कहा, “पीड़िता ने डॉ. वी. डोशी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। शिकायत मिलते ही आरोपी को तुरंत निलंबित कर दिया गया है। अस्पताल पीड़िता को पूर्ण सहयोग दे रहा है और वह अभी भी हमारे ओल्ड गोवा सेंटर में इलाज करवा रही है।” अस्पताल ने पुलिस जांच में सहयोग का वादा किया है।
व्यापक प्रभाव
यह घटना मेडिकल फील्ड में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि अस्पतालों में सख्त निगरानी और ट्रेनिंग की जरूरत है। पीड़िता का इलाज जारी है, और पुलिस आगे की जांच कर रही है, जिसमें अस्पताल स्टाफ के बयान और अन्य सबूत शामिल हैं। यह मामला न केवल गोवा बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया है।
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