लखनऊ: वीर बाल दिवस के अवसर पर लखनऊ में श्रद्धा और भावनात्मक माहौल देखने को मिला। यह दिवस गुरु गोबिंद सिंह जी के छोटे साहिबजादों – बाबा जोरावर सिंह और बाबा फतेह सिंह की अल्पायु में दी गई वीरता भरी शहादत की याद में मनाया जाता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सरकारी आवास पर आयोजित कार्यक्रम में गहरी आस्था के साथ पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब को सिर पर धारण कर कार्यक्रम स्थल तक ले जाकर नमन किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि इतिहास उन्हीं का बनता है, जिनमें त्याग और बलिदान का भाव होता है। सिख समाज की प्रगति के मूल में गुरु परंपरा के प्रति अटूट निष्ठा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना की, जिन्होंने सिख समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर मनाने का निर्णय लिया। आज देशभर में स्कूलों, कॉलेजों और कार्यालयों में विशेष आयोजन हो रहे हैं।
योगी ने लंगर को गुरु परंपरा का प्रतीक बताते हुए प्रसाद ग्रहण किया और गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत स्मृति चित्रकला प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
समापन में सीएम ने कहा कि त्याग, साहस और बलिदान को अपनाने वाला समाज ही इतिहास में अमर होता है। वीर बाल दिवस नई पीढ़ी तक इन मूल्यों को पहुंचाने का माध्यम है।





