कासगंज: जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) सूर्य प्रताप सिंह के अचानक निरीक्षण के दौरान एक निजी स्कूल में अजब-गजब मामला सामने आया। एसजीआरएनएस विद्यालय झाऊझोर में कक्षा 5 तक की मान्यता होने के बावजूद यहां कक्षा 12 तक की कक्षाएं संचालित हो रही थीं। इस उल्लंघन पर बीएसए ने कड़ा रुख अपनाते हुए अतिरिक्त कक्षाओं को तुरंत बंद करा दिया और स्कूल संचालक को नोटिस जारी कर दिया।

बीएसए सूर्य प्रताप सिंह ने मंगलवार को एसजीआरएनएस विद्यालय झाऊझोर का निरीक्षण किया। जांच के दौरान पाया गया कि स्कूल में कक्षा 12 तक के छात्रों की पढ़ाई चल रही थी, जबकि विद्यालय को केवल कक्षा 5 तक की मान्यता प्राप्त है। यह खुलासा शिक्षा विभाग के लिए चौंकाने वाला था, क्योंकि बिना अधिकृत अनुमति के उच्च कक्षाओं का संचालन अवैध है। निरीक्षण टीम ने तत्काल अतिरिक्त कक्षाओं को बंद करने के निर्देश दिए, जिसके बाद स्कूल प्रशासन को मजबूरन इन कक्षाओं को स्थगित करना पड़ा।

कार्रवाई और चेतावनी

बीएसए ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संचालक को औपचारिक नोटिस जारी किया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अतिरिक्त कक्षाओं के संचालन पर जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी। बीएसए ने कहा, “बिना अधिकृत मान्यता के कक्षाएं संचालित नहीं की जा सकतीं। शासन द्वारा प्रदान की गई मान्यता के अनुरूप ही निर्धारित कक्षाओं का संचालन किया जाए।” इसके अलावा, संदिग्ध पृष्ठभूमि वाले विद्यालयों की नियमित जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। यदि किसी स्कूल में फर्जी कक्षाओं का संचालन पाया गया, तो कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।

शिक्षा व्यवस्था में अनियमितताओं पर सख्ती

यह घटना उत्तर प्रदेश में निजी स्कूलों में बढ़ती अनियमितताओं को उजागर करती है। हाल ही में कई जिलों में इसी तरह के मामले सामने आए हैं, जहां बिना अनुमति के उच्च कक्षाएं चलाई जा रही थीं। शिक्षा विभाग ने चेतावनी जारी की है कि ऐसे उल्लंघनों पर लाइसेंस रद्द करने तक की कार्रवाई हो सकती है। अभिभावकों से अपील की गई है कि वे स्कूलों की मान्यता की जांच अवश्य करें। यह कार्रवाई न केवल शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करेगी, बल्कि छात्रों के भविष्य की सुरक्षा भी करेगी।

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