कासगंज। दीवाली की रौनक में कासगंज जिले के गंजडुंडवारा कोतवाली क्षेत्र के ढकरई गांव में दो पक्षों के बीच मामूली कहासुनी ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया। एक दबंग पक्ष के छह नामजद लोगों ने दूसरे पक्ष के घर में घुसकर लाठी-डंडों से बेरहमी से पिटाई की और अवैध हथियारों से फायरिंग भी की। इस हमले में चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि एक युवक पवन सिंह की इलाज के रास्ते में ही मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने शव को कोतवाली परिसर में लाकर रख दिया और आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर करीब तीन घंटे तक धरना दिया। पुलिस ने आखिरकार मुकदमा दर्ज कर लिया है।
विवाद कैसे भड़का: घर में घुसकर पिटाई, ईंट-पत्थरों की बरसात और फायरिंग
मृतक के भाई विकास सिंह ने तहरीर में बताया कि सोमवार (20 अक्टूबर 2025) की रात कोतवाली आने के दौरान नामजद आरोपी छोटे उर्फ बिजेंद्र (पुत्र रामपाल), नरेंद्र सिंह उर्फ करू, पुष्पेंद्र सिंह (पुत्र नामालूम), शिव कुमार उर्फ पुच्चू, सौरभ (पुत्र विजेंद्र)—सभी ढकरई गांव निवासी—और धनंजय सिंह (पुत्र श्यामवीर सिंह, धुवियाई गांव निवासी) ने उनके भाई पवन सिंह (उम्र 32 वर्ष, पुत्र सुरेश सिंह राठौर) पर हमला बोल दिया। आरोपियों ने घर में घुसकर लाठी-डंडों से पिटाई की, ईंट-पत्थर फेंके और फायरिंग की।
इस घटना में पवन के अलावा विनय सिंह (32 वर्ष), सुरजीत सिंह (35 वर्ष)—दोनों पुत्र सुरेश सिंह राठौर—और कल्लू सिंह (60 वर्ष, पुत्र भीकम सिंह) भी गंभीर रूप से घायल हो गए। विकास ने कहा, “हम कोतवाली रिपोर्ट लिखाने आए थे, तभी दबंगों ने पवन पर ईंट-पत्थरों से हमला कर बेरहमी से पीटा। कासगंज ले जाते वक्त रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।” परिजनों का आरोप है कि आरोपी दबंग हैं और पुरानी दुश्मनी के चलते यह हमला किया गया।
कोतवाली में हंगामा: शव रखकर तीन घंटे धरना, भारी पुलिस बल तैनात
मौत की खबर मिलते ही परिजन शव को लेकर कोतवाली गंजडुंडवारा पहुंचे और कार्रवाई न होने पर शव को परिसर में ही रख दिया। लगभग तीन घंटे तक चले हंगामे के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई। सूचना पर सीओ पटियाली संदीप कुमार वर्मा, नायब तहसीलदार मुकेश कुमार सहित कई थानों की फोर्स और पीएसी पहुंची। सीओ वर्मा ने परिजनों को समझा-बुझाकर मामला शांत किया और आश्वासन दिया कि सभी आरोपी जल्द गिरफ्तार होंगे।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक भोजराज अवस्थी ने बताया, “विकास की तहरीर पर छह नामजद आरोपियों के खिलाफ हत्या (IPC 302), मारपीट (323) और अवैध हथियार (25/27 आर्म्स एक्ट) की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई हैं।” घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि पवन के शव का पंचनामा भर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया।
यूपी में बढ़ते गांवों के विवाद: क्या है पैटर्न, पुलिस की चुनौती
यह घटना उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में छोटे-मोटे विवादों के हिंसक रूप लेने की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाती है। हाल ही में फिरोजाबाद के पटियाली में रुपयों के लेन-देन पर खूनी संघर्ष में दो की मौत हो गई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि दबंगों का मनोबल और पुलिस की तत्काल कार्रवाई में देरी ऐसी घटनाओं को भड़काती है। कासगंज एसपी ने जिले में शांति समितियों की बैठक बुलाई है ताकि त्योहारों के बाद तनाव कम हो।






