आगरा। उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ आगरा के जिला अध्यक्ष श्री बलविंदर सिंह गिल की अध्यक्षता में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अंतर्गत गुरुवार दिनांक 11 सितंबर 2025 को जिलाधिकारी कार्यालय आगरा पर हज़ारों शिक्षकों की भीड़ के साथ शिक्षा अधिकार अधिनियम लागू होने से पूर्व नियुक्त अध्यापकों पर टेट अनिवार्य होने पर उसके विरोध में प्रदर्शन किया गया।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिनांक 1 सितंबर 2025 को विभिन्न दायर याचिकाओं को डिस्पोजल हेतु निर्णय के तहत सभी टीचरों पर टीईटी अनिवार्य संबंधी आदेश लागू किया गया जिसका सभी सम्मान करते हैं परंतु कुछ एक विरोधाभास था जिसमें कार्यरत टीचरों से संबंधित पहलुओं को नहीं रखा गया जिससे माननीय न्यायालय द्वारा उनको देखा नहीं जा सका जिसमें मुख्ता उनकी शैक्षिक योग्यता, उनके स्नातक में प्रतिशत प्राप्तांक, उनकी आयु व उनका अनुभव व उनका नियुक्ति पात्रता संबंधी शासनादेश जिसके आधार पर वर्ष 2010 से पूर्व शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी और सभी ने पात्रता भी पूरी की थी।
इसके संबंध में माननीय प्रधानमंत्री जी को ज्ञापित ज्ञापन श्री संदीप यादव A.SDM को सौंपा गया। शिक्षकों का जन सैलाब ने मानों कलेक्ट्रेट आगरा में सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर दिया कि ”अभी तो ली अंगड़ाई है आगे और लड़ाई है” शिक्षकों ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की कि भारत सरकार कानून लाकर अधिनयम में संशोधन करे तत्पश्चात मा. सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दाखिल करे ताकि प्रभावित शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित रह पाए।
ज्ञापन कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष श्री बलविंदर सिंह गिल की अध्यक्षता में मोहन सिंह चाहर जिला महामंत्री, विमलेश चौधरी जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्रीमती इंदु तिवारी जिला कोषाध्यक्ष,चंद्रपाल सिंह सोलंकी, बलवीर सिंह, यशपाल, ललित चौधरी , विवेक यादव, मनोज कुमार श्री महेंद्र कुमार ,वीनू वर्मा, रश्मि मिश्रा, सीमा शुक्ला, चंचल,श्रीमती शुभा, श्रीमती सीमा, श्रीमती विमला, श्रीमती रिंकी, मंजीत सिंह ,प्रभु दयाल सिंह ,श्रीमती रेखा कनौजिया , मंजिली,श्रीमती सुमन श्रीमती प्रियंका, अरविंद कुमार, प्रभु दयाल, विक्रम यादव, लाखन सिंह बघेल, राकेश बघेल, श्याम सुंदर भाटिया, शैलेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट – मुहम्मद इस्माईल