झाँसी: उत्तर प्रदेश के पूंछ जिले के सेरसा गांव में रविवार दोपहर 20 वर्षीय कीर्ति राजपूत ने फंदा लगाकर जान दे दी। मायके पक्ष ने हत्या का आरोप लगाते हुए ससुराल पक्ष पर पति के प्रेम प्रसंग और मारपीट का दावा किया है। हंगामे के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित किया और प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की पुष्टि की है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
घटना का विवरण: प्रेम प्रसंग से उपजा विवाद
महोबा के कुरार गांव निवासी कीर्ति की शादी 9 जुलाई 2024 को सेरसा निवासी मोहित राजपूत से हुई थी। मोहित एक दुकान में काम करता है। कीर्ति के परिजनों का कहना है कि शादी के शुरुआती दिन ठीक रहे, लेकिन जुलाई में कीर्ति ने पति को गांव की एक महिला के साथ अंतरंग स्थिति में देख लिया था। इसके बाद दंपती के बीच तनाव बढ़ गया और अक्सर मारपीट होने लगी। रविवार दोपहर कीर्ति ने अपनी बहन हृर्देश को फोन कर बताया कि मोहित उसे बेल्ट से पीट रहा है और वह अब जिंदा नहीं रहेगी।
शाम को ससुराल पक्ष ने कीर्ति के फंदा लगाने की सूचना दी। मायके पक्ष के लोग पहुंचे और हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। गांव में भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस को देखकर पति मोहित समेत ससुरालजन फरार हो गए। पुलिस ने खिड़की तोड़कर शव को फंदे से उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
मायके पक्ष का आरोप: हत्या या आत्महत्या?
कीर्ति तीन बहनों में सबसे छोटी थी। उसके माता-पिता का निधन कई साल पहले हो चुका है। भाई और रिश्तेदारों ने उसकी शादी कराई थी। मायके पक्ष का कहना है कि पति के प्रेम प्रसंग और मारपीट के कारण कीर्ति तनाव में थी। उन्होंने इसे हत्या करार देते हुए ससुराल पक्ष पर सवाल उठाए हैं।
निरीक्षक जेपी पाल ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की पुष्टि हुई है, लेकिन मायके पक्ष से अभी तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस फरार ससुरालजनों की तलाश में जुटी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
गांव में तनाव, जांच जारी
इस घटना ने गांव में तनाव पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग और कीर्ति के रिश्तेदार पूरे मामले की गहन जांच की मांग कर रहे हैं। यह मामला नवविवाहिताओं की सुरक्षा और दहेज या घरेलू हिंसा से जुड़े मुद्दों को फिर से उठा रहा है।
- रिपोर्ट – नेहा श्रीवास