🗞️ समाचार सार:
अयोध्या में अंतरप्रांतीय पत्रकार सम्मेलन संपन्न
ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन अयोध्या द्वारा आयोजित सम्मेलन में देशभर से पत्रकारों ने भाग लिया। मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति सुरेश गुप्ता व अपर मुख्य सचिव एल. वेंकटेश्वर लू रहे। वक्ताओं ने पत्रकारिता की सामाजिक भूमिका और संवाद की ताकत पर जोर दिया। ‘ग्राम्य गौरव’ स्मारिका का विमोचन हुआ व पत्रकारों को सम्मानित किया गया। अध्यक्ष महेंद्र सिंह ने संगठन की उपलब्धियां गिनाईं और ग्रामीण पत्रकारिता को लोकतंत्र की रीढ़ बताया।
🔹“जहाँ संवाद आरंभ होता है, वहाँ असत्य और अन्याय का अंत होता है” — लू
🔹“ग्रामीण पत्रकार लोकतंत्र की रीढ़ हैं, समाज सेवा ही इनकी पत्रकारिता की आत्मा है” — न्यायमूर्ति सुरेश गुप्ता
रिपोर्ट 🔹देव बक्स वर्मा -ब्यूरो चीफ अयोध्या
अयोध्या/उत्तर प्रदेश। संवाद की पवित्र भूमि अयोध्या ने शनिवार को एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनी, जब ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन द्वारा आयोजित अंतरप्रांतीय पत्रकार सम्मेलन बार एसोसिएशन के आचार्य नरेंद्र देव सभागार में गरिमामयी वातावरण में संपन्न हुआ।
इस भव्य आयोजन में सशस्त्र बल न्यायाधिकरण क्षेत्रीय पीठ लखनऊ के न्यायमूर्ति श्री सुरेश कुमार गुप्ता और उत्तर प्रदेश शासन के समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री एल. वेंकटेश्वर लू ने बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्रनाथ सिंह ने की, जबकि राष्ट्रीय अध्यक्ष देवी प्रसाद गुप्ता ने मुख्य वक्ता के रूप में अपने विचार रखे।

समारोह की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन से हुई, इसी बीच एसोसिएशन के पितामह का भी स्मरण किया।
इस अवसर पर ‘ग्राम्य गौरव’ नामक स्मारिका का लोकार्पण किया गया। मंच पर उपस्थित गणमान्य अतिथियों का अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर ससम्मान स्वागत किया गया, वहीं बाहर से आए पत्रकारों को भी स्नेह-सम्मान के प्रतीक स्वरूप अंगवस्त्र एवं स्मृति प्रतीक प्रदान किए गए।

संवाद से ही सृजित होता है समाज — वेंकटेश्वर लू ✍️
मुख्य अतिथि के रुप में पधारे श्री लू ने अपने वक्तव्य में संवाद की शक्ति को रेखांकित करते हुए कहा, “संवाद जहाँ आरंभ होता है, वहाँ गलत का अंत सुनिश्चित होता है।” उन्होंने पत्रकारिता को समाज निर्माण का औजार बताते हुए कहा कि समाज का नेतृत्व चाहे गांव का हो या राष्ट्र का, उसमें संवाद, समझ और विवेक का होना अनिवार्य है।
उनका स्पष्ट कथन था कि “मुखिया ऐसा होना चाहिए जो जनकल्याण की भावना से प्रेरित हो।” कर्म, योग और सत्य को जीवन की धुरी मानते हुए उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे अपने कर्मों को ईश्वर की साक्षी मानकर निष्कलुष निष्ठा से करें।

🧭 “ग्रामीण पत्रकारिता समाज का आईना” — न्यायमूर्ति सुरेश गुप्ता
मुख्य अतिथि के रुप में पधारे न्यायमूर्ति श्री सुरेश गुप्ता ने ग्रामीण पत्रकारों को लोकतंत्र की जड़ों का प्रहरी बताया। उन्होंने कहा कि “गांव आज भी सम्मान, सच्चाई और आत्मीयता की भूमि है,” लेकिन पलायन जैसे संकट से जूझ रहा है। ऐसे में पत्रकारों की जिम्मेदारी बनती है कि वे गांव की समस्याओं को उजागर कर प्रशासन तक पहुँचाएँ।
उन्होंने कहा, “ग्रामीण पत्रकार सीमित संसाधनों में भी निष्ठा के साथ समाज का दस्तावेज तैयार कर रहे हैं — यह अनुकरणीय है।”

🌿 “बालेश्वर लाल का बोया बीज आज वटवृक्ष बन गया” — देवी प्रसाद गुप्ता
राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री देवी प्रसाद गुप्ता ने संगठन की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के संस्थापक बाबू बालेश्वर लाल द्वारा बोया गया बीज अब राष्ट्रीय पटल पर वटवृक्ष के रूप में फैल चुका है।
उन्होंने पत्रकारिता को समाज सेवा का शुद्धतम माध्यम बताते हुए कहा, “ग्रामीण पत्रकार समाज के दुख-दर्द के साक्षी बनते हैं, और उनका स्वर शासन-प्रशासन तक पहुँचाने की ज़िम्मेदारी निभाते हैं।”

🗣️ “ग्रामीण पत्रकार समाज की रीढ़” — प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र सिंह
प्रदेश अध्यक्ष ने ग्रामीण पत्रकारिता के इतिहास और संगठन की भूमिका को विस्तार से प्रस्तुत करते हुए कहा, “आज ग्रामीण पत्रकारिता नई ऊंचाइयों को छू रही है।”
📍 “ग्रामीण पत्रकार न केवल खबरें जुटाते हैं, बल्कि सामाजिक चेतना के वाहक भी हैं।” -महेंद्र सिंह
सम्मेलन में अनेक वरिष्ठ पत्रकारों ने रखा विचार
सम्मेलन को कप्तान वीरेंद्र सिंह, ओमप्रकाश द्विवेदी, रामनरेश चौहान, संजय द्विवेदी, डॉ. नरेश पाल सिंह, नरेश सक्सेना, कृष्णकांत गुप्ता, राजेश कुमार सिंह, डॉ. सुमन गुप्ता सहित कई वरिष्ठ पत्रकारों ने संबोधित किया। सभी वक्ताओं ने ग्रामीण पत्रकारिता को लोकतंत्र का मजबूत स्तंभ बताया और इसके सशक्तिकरण की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यक्रम का संचालन कृष्ण कुमार तिवारी ने भावपूर्ण शैली में किया। कार्यक्रम के समापन से पूर्व एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने पत्रकारों को प्रस्शती पत्र दे सम्मानित किया। अंत में जिला अध्यक्ष देव बक्श वर्मा ने सभी आगंतुकों का आभार प्रकट किया और भविष्य में इसी तरह सम्मेलन के आयोजन की इच्छा जताई।
📍यह सम्मेलन केवल एक आयोजन नहीं, पत्रकारिता और समाज के संबंधों का महाकुंभ सिद्ध हुआ — जहाँ संवाद, सच्चाई, और सामाजिक चेतना के सूत्र एक साथ गूँजे।
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