आगरा: भाई दूज का पवित्र दिन जहां बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र की कामना कर रही थीं, वहीं आगरा के खेरागढ़ क्षेत्र में उटंगन नदी के पुल पर एक ऐसी घटना घटी, जिसने मानवता की मिसाल कायम की। एक महिला आत्महत्या की कोशिश में थी, लेकिन बाइक सवार सोनू सिकरवार ने अपनी साहस और संवेदनशीलता से उसकी जान बचा ली।
घटना का विवरण
दोपहर करीब 2 बजे, खेरागढ़ के उटंगन नदी पुल पर एक महिला अचानक रुकी और रेलिंग की ओर बढ़ने लगी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वह रेलिंग पर चढ़ने की कोशिश कर रही थी। तभी वहां से गुजर रहे सोनू सिकरवार ने उसे देखा और बिना देर किए अपनी बाइक रोकी। सोनू ने तेजी से दौड़कर महिला को रेलिंग से खींच लिया और उसे सुरक्षित सड़क पर ले आए। कुछ सेकंड की देरी होती, तो महिला गहरे पानी में कूदकर अपनी जान गंवा सकती थी।
स्थानीय लोगों ने की प्रशंसा
ग्रामीणों ने सोनू की त्वरित सूझबूझ और निःस्वार्थ साहस की जमकर तारीफ की। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “सोनू ने मानवता का परिचय दिया। अगर वह एक पल भी रुकता, तो यह घटना एक बड़ी अनहोनी में बदल सकती थी।” सोनू की इस बहादुरी ने सभी के दिलों को छू लिया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही खेरागढ़ थाना पुलिस मौके पर पहुंची। महिला को सुरक्षित थाने लाया गया और प्राथमिक पूछताछ की गई। जांच में पता चला कि महिला घरेलू कलह और पति से विवाद के कारण तनाव में थी, जिसके चलते उसने आत्महत्या का कदम उठाने की कोशिश की। पुलिस ने तुरंत महिला के परिजनों को सूचना दी, जो थाने पहुंचे। महिला को काउंसलिंग के बाद उसके परिवार के हवाले किया जाएगा।
सोनू सिकरवार का बयान
सोनू ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा, “मैं उटंगन नदी के पुल से गुजर रहा था, तभी मैंने देखा कि एक महिला रेलिंग पर चढ़ रही थी। मुझे तुरंत कुछ गलत होने का अहसास हुआ। मैंने बाइक रोकी और दौड़कर उसे खींच लिया। यह इंसानियत का फर्ज था, और मैंने वही निभाया।”






