आगरा: आगरा के प्रसिद्ध सर्राफा कारोबारी एपी ज्वैलर्स के प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग की सर्वे कार्रवाई करीब 56 घंटे बाद रविवार मध्यरात्रि पूरी हुई। विभागीय टीम ने फर्म के लेखे-जोखे, दस्तावेज और हिसाब-किताब की गहन जांच की, लेकिन अंतिम समय में डिस्क्लोजर को लेकर फर्म संचालक और जांच टीम के बीच सहमति नहीं बन सकी।
सूत्रों के अनुसार जांच टीम ने जब्त दस्तावेजों के आधार पर गड़बड़ियां इंगित कीं, जबकि कारोबारी इसके लिए तैयार नहीं दिखा। विभाग अब सम्मन जारी कर कारोबारी को तलब करने की तैयारी में है। मिले अंतर को आधार बनाकर विस्तृत पूछताछ होगी और उसी के आधार पर टैक्स निर्धारण किया जाएगा।
व्यापारिक सूत्रों का कहना है कि कारोबारी को पहले से आभास था, इसलिए उसने लेखे-जोखे को दुरुस्त करने का प्रयास जारी रखा। जांच टीम के दबाव पर अग्रिम कर में अधिक राशि जमा करने का आश्वासन देकर मामला टालने की कोशिश की गई।
गौरतलब है कि आयकर विभाग ने इस सर्राफा कारोबारी के यहां पहले भी कार्रवाई की थी। इस बार कारोबारी हर कदम अधिवक्ता की सलाह से उठा रहा था। सूत्रों के मुताबिक उचित सहयोग न मिलने पर एक समय वरिष्ठ अधिकारियों ने सर्वे को सर्च में बदलने पर विचार किया, लेकिन बाद में इसे टाल दिया गया।
फिलहाल विभाग सर्वे में मिली कमियों से संतुष्ट नजर आ रहा है, जबकि कारोबारी पक्ष का कहना है कि कोई बड़ा खुलासा नहीं हुआ। अब आगे की जांच और सम्मन के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।





