आगरा: दयालबाग स्थित एक पहल पाठशाला में मंगलवार को ‘एक पहल बीआर मेमोरियल वेलफेयर सोसायटी’ की ओर से वरिष्ठ छात्रों के लिए एक प्रेरणादायक फायर चैट सेशन आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य वक्ता युवा लेखिका नव्या वशिष्ठ रहीं, जिन्होंने विद्यार्थियों को रचनात्मकता, आत्म-अभिव्यक्ति और आत्मविश्वास के महत्व पर प्रेरक विचार साझा किए।
“हर व्यक्ति के भीतर एक कहानी होती है” – नव्या वशिष्ठ
हाल ही में अपनी पहली पुस्तक ‘उलझन’ प्रकाशित करने वाली नव्या वशिष्ठ ने कहा,
“लेखन केवल शब्दों का खेल नहीं, यह अपने विचारों को जीने और दुनिया के सामने रखने का माध्यम है। हर व्यक्ति के भीतर एक कहानी होती है — बस उसे पहचानने और व्यक्त करने का साहस चाहिए।”
उन्होंने विद्यार्थियों से अपनी सोच और अनुभव को रचनात्मक रूप से व्यक्त करने की अपील की।
छात्रों ने पूछे आत्मविकास और लेखन से जुड़े प्रश्न
संवाद सत्र में छात्रों ने लेखन, अध्ययन पद्धति, करियर और आत्मविकास से जुड़े कई सवाल पूछे, जिनका नव्या ने सहज, प्रेरक और अनुभवजन्य उत्तर दिया।
संस्था के संस्थापक मनीष राय ने कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों को अपनी छिपी प्रतिभा पहचानने और आत्मविश्वास बढ़ाने की प्रेरणा देते हैं।
लेखिका को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम के अंत में संस्था की ओर से नव्या वशिष्ठ को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।
संचालन संस्था की अध्यक्ष डॉ. ईभा गर्ग ने किया। इस अवसर पर मनीष राय, अंकित खंडेलवाल, बरखा राय, आश्लेष मित्तल सहित कई सदस्य और छात्र उपस्थित रहे।

