आगरा: जिले के किरावली थाना क्षेत्र में पुलिस हिरासत में कथित तौर पर बर्बर यातना का एक गंभीर मामला सामने आया है। 35 वर्षीय राजू नामक युवक को करहारा गांव में 6 जून को हुई किसान वनवीर सिंह की संदिग्ध मौत के मामले में शक के आधार पर उठाया गया। आरोप है कि पुलिस ने दो दिनों तक उसे हत्या कबूल करने के लिए उल्टा लटकाकर और पैरों पर डंडों से बेरहमी से पीटा।
पीड़ित राजू ने परिजनों को बताया कि उनके पैरों पर इतने जोर से डंडे मारे गए कि 5 डंडे टूट गए और दोनों पैरों की हड्डियां चूर-चूर हो गईं। जब हालत गंभीर हुई तो पुलिस ने घबराहट में उन्हें प्राइवेट गाड़ी से अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल राजू के दोनों पैरों में प्लास्टर है और उनका इलाज चल रहा है।
मामले की सूचना उच्चाधिकारियों तक पहुंचते ही पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने तुरंत कार्रवाई की। किरावली थाना प्रभारी इंस्पेक्टर नीरज कुमार, एक सब-इंस्पेक्टर और एक बीट ऑफिसर को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही अछनेरा के एसीपी राम प्रवेश गुप्ता का तबादला कर दिया गया।
पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच DIG शैलेश पांडेय और एडिशनल कमिश्नर राम बदन सिंह को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे और कड़ी कार्रवाई होने की संभावना जताई जा रही है।
यह घटना एक बार फिर उत्तर प्रदेश पुलिस में हिरासत में थर्ड डिग्री और मानवाधिकार उल्लंघन के गंभीर सवाल खड़े कर रही है। स्थानीय लोग और मानवाधिकार संगठनों ने मामले की स्वतंत्र जांच की मांग की है।





