फतेहाबाद/आगरा: आज हमारा देश और सनातन धर्म सुरक्षित है तो इसकी वजह उन बलिदानियों की है जिन्होंने 400 वर्ष पूर्व 21 दिसंबर से 27 दिसंबर के बीच गुरु गोविंद सिंह जी का पूरा परिवार देश और धर्म की रक्षा के लिए बलिदान हो गया थाl यह चारों साहिबजादे का बलिदान हमें यह सिखाता है कि धर्म सत्य और आत्मसम्मान की रक्षा के लिए आयु नहीं देखी जातीl बल्कि उनका जुनून संपूर्ण राष्ट्र के लिए प्रेरणा का स्रोत हैंl
दुनिया का सबसे पुराना यदि कोई धर्म है, तो वह है सनातन धर्म इसी सनातन धर्म को बचाने के लिए सन 1674 में गुरु तेग बहादुर सिंह जी और उनके 5 शिष्यों ने अपना बलिदान जब दिया lजब मुगल औरंगजेब पूरे देश के लोगों को मुसलमान बनाना चाहता था, उस समय उन्होंने अपना बलिदान देकर लोगों में एक नई ऊर्जा और नया आक्रोश जागृत कियाl बाद में गुरु गोविंद सिंह के दो बड़े बेटे 7 मई 1705 में मुगलों से लड़ाई में मारे गए और दो छोटे बेटे 26 दिसंबर 1705 में औरंगजेब ने मुस्लिम धर्म ना अपनाने पर उन्हें दीवार में जिंदा चिनवा दिया थाl
परंतु आज कुछ लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए अपने धर्म के साथ खिलवाड़ करते हैंl अगर सभी हिंदू भाई अपना निजी स्वार्थ त्याग कर एकजुट नहीं हुए,तो एक नया मुस्लिम राष्ट्र बनने में देर ना लगेगीl
पूरे विश्व में एक सनातन धर्म ही ऐसा है जो वसुदेव कुटुंब की भावना रखता हैl यही एक ऐसा धर्म है जिसमें गाय और कुत्ते के लिए रोटी दी जाती हैl पक्षियों के लिए भी दाना रखा जाता हैl नदियों और पर्वतों की पूजा की जाती हैl पेड़ और पौधों की पूजा जैसे आवला, तुलसी ,पीपल, बरगद आदि की पूजा की जाती हैl इतना अधिक सभी जीव जंतु से प्रेम करना किसी और धर्म में नहीं सिखाया जाता हैl मुझे गर्व है कि मैं सनातनी हूंl
26 दिसंबर 2022 को प्रधानमंत्री मोदी जी ने श्री गुरु गोविंद सिंह जी के साहबजादो की शहादत को वीर बाल दिवस का नाम दियाl उनकी शहादत को कोटि-कोटि नमन करते हुए फतेहाबाद महिला मंडल की बहनों ने वीर बाल दिवस के अवसर पर राजपूत मोहल्ला के नर्मदेश्वर मंदिर पर वीर बालकों की फोटो पर फूल चढ़ाकर श्रद्धांजलि अर्पित कीl इन वीर बालकों का बलिदान हमें कभी नहीं भूलना चाहिएl इस अवसर पर रेनू गुप्ता, मीना गुप्ता, शारदा गुप्ता, रिंकी गोलस, पूनम गुप्ता, रिंकी गुप्ता, राखी गुप्ता, अनीता गुप्ता, आशा गुप्ता, अंजू गुप्ता, रेखा गुप्ता, सुनीता गुप्ता, साधना गुप्ता, गीता गुप्ता आदि बहने मौजूद रहीl
- रिपोर्ट – सुशील गुप्ता





