आगरा: ताजमहल परिसर में नियमों की धज्जियां उड़ाने का नया मामला। बृहस्पतिवार को एक पर्यटक ने सफेद टोपी पहनकर गार्डन में म्यूजियम की ओर नमाज अदा की, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। ASI के नियमों के उल्लंघन पर अखिल भारतीय हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने शनिवार को माल रोड स्थित ASI कार्यालय में ज्ञापन सौंपा। उन्होंने सख्त कार्रवाई की मांग की और टोपी पहनकर प्रवेश पर पूरी तरह रोक लगाने की अपील की – ठीक वैसे ही जैसे पानी की बोतल पर पाबंदी है। संगठन का कहना है कि बार-बार धार्मिक उल्लंघन सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ रहे हैं।

घटना बृहस्पतिवार (30 अक्टूबर 2025) दोपहर की है। ताजमहल के बागीचे में एक युवक (परिचय अज्ञात) ने सफेद टोपी पहन रखी थी और म्यूजियम (मुख्य स्मारक) की ओर मुंह करके नमाज पढ़ी। वीडियो में साफ दिख रहा है कि आसपास पर्यटक मौजूद थे, लेकिन कोई सुरक्षा कर्मी हस्तक्षेप नहीं करता। यह वीडियो शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद हंगामा मच गया। ASI के साफ नियम हैं – ताजमहल यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है, न कि धार्मिक स्थल। शुक्रवार को मुस्लिम समुदाय को नमाज की अनुमति है, लेकिन अन्य दिनों में किसी भी धार्मिक क्रिया (नमाज, पूजा, जलाभिषेक) पर सख्त पाबंदी। उल्लंघन पर 500-5000 रुपये जुर्माना और ब्लैकलिस्टिंग हो सकती है।

वीडियो वायरल होते ही हिंदू संगठनों में रोष फैल गया। अखिल भारतीय हिंदू महासभा के आगरा जिला अध्यक्ष सौरभ शर्मा और अन्य पदाधिकारियों ने शनिवार सुबह ASI कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में कहा गया: “ताजमहल में बार-बार नियम तोड़े जा रहे हैं। नमाज का यह वीडियो साजिश का हिस्सा लगता है। ASI को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए – आरोपी पर्यटक की पहचान कर जुर्माना लगाएं। साथ ही, टोपी पहनकर प्रवेश पर स्थायी रोक लगाएं। पानी की बोतल ले जाना मना है, तो टोपी क्यों अनुमति?” संगठन ने इसे सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश बताया।

पिछले विवादों का कनेक्शन: यह पहला मामला नहीं है। ताजमहल को लेकर हिंदू संगठनों का विवाद पुराना है:

  • जनवरी 2025: शाहजहां के 370वें उर्स के खिलाफ हिंदू महासभा ने प्रदर्शन किया। संगठन ने ताज को ‘तेजो महालय’ बताते हुए उर्स पर रोक की मांग की। ASI ने कहा – कोई धार्मिक आयोजन पर अनुमति नहीं।
  • फरवरी 2024: उर्स पर कोर्ट में याचिका दाखिल, मुफ्त प्रवेश रोकने की गुहार। कोर्ट ने समिति को नोटिस जारी किया।
  • मार्च 2024: महाशिवरात्रि पर जलाभिषेक की मांग को लेकर योगी यूथ ब्रिगेड ने कोर्ट में वाद दायर किया।

इस बार वायरल वीडियो ने आग में घी डाल दिया। योगी यूथ ब्रिगेड के अध्यक्ष अजय तोमर ने कहा: “जब शिवलिंग पर जलाभिषेक नहीं, तो नमाज क्यों? ASI नियमों का पालन करवाए।” हिंदू महासभा के प्रवक्ता संजय जाट ने RTI का हवाला देकर कहा, “ASI स्वयं उल्लंघनों पर नरम है।”

ASI और पुलिस का रुख: ASI के सहायक अधीक्षण पुरातत्वविद् नीरज ने बताया: “ज्ञापन प्राप्त हो गया है। हम उच्च अधिकारियों को भेजेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे। वीडियो की जांच चल रही है – पर्यटक की पहचान हो रही है। टोपी पर कोई सख्ती नहीं, लेकिन धार्मिक प्रतीक के रूप में इस्तेमाल पर नजर रखेंगे।” आगरा पुलिस के सहायक आयुक्त (सदर) विनायक भोसले ने कहा: “शांतिपूर्ण प्रदर्शन को अनुमति है, लेकिन कानून-व्यवस्था बिगाड़ने पर सख्ती। ताज क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है।” फिलहाल, वीडियो वाले पर्यटक की तलाश जारी है।

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