रिपोर्ट 🔹सुशील गुप्ता

फतेहाबाद (आगरा)। डौकी क्षेत्र के गांव दुर्जीपुरा में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। गांव से गुजर रही 11,000 वोल्ट की हाईटेंशन लाइन का तार अचानक टूटकर जमीन पर गिर पड़ा। घटना उस वक्त हुई जब बच्चे स्कूल के लिए घरों से निकल रहे थे और कुछ बच्चे गली में खड़े बातें कर रहे थे।

सुबह करीब 7 बजे जोरदार चिंगारी और धमाके के साथ हाईटेंशन तार टूटकर ममता पत्नी राजेंद्र सिंह कुशवाह, राधेश्याम पुत्र ओमी और तेजसिंह पुत्र धुन्धिराम के घरों के पास आ गिरा। तार गिरते ही जमीन से आग की लपटें उठने लगीं। इस भयावह मंजर को देख ग्रामीणों और बच्चों में चीख-पुकार मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।

करीब 5 मिनट तक तार में आग लगी रही, जिससे पूरे इलाके में दहशत फैल गई। जैसे ही विद्युत आपूर्ति कटी, लोगों ने राहत की सांस ली। गनीमत रही कि इस घटना में कोई जनहानि या पशु हानि नहीं हुई, अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।

ग्रामीणों में आक्रोश: पहले भी हो चुके हादसे
ग्रामीणों ने तत्काल धिमश्री फीडर पर फोन कर सूचना दी और यह भी कहा कि जब तक विभाग की टीम मौके पर न पहुंचे, लाइन को दोबारा न जोड़ा जाए। ग्रामीणों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि 8 दिन पहले भी तेज हवा के कारण बिजली का खंभा टूट गया था। विभाग ने खंभा तो खड़ा कर दिया लेकिन तारों को ठीक से टाइट नहीं किया गया।

ढीले तार हवा में झूलते रहते हैं और लोहे की एंगल से टकराकर चिंगारी पैदा करते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि विद्युत विभाग की लापरवाही से यह दुर्घटना हुई।

जर्जर तारों और खंभों से खतरे में ग्रामीणों की जान
गांव में कई जगहों पर जर्जर तार और खंभे लगे हुए हैं, जो हादसों को न्योता दे रहे हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते विद्युत विभाग ने इनकी मरम्मत नहीं कराई तो भविष्य में कोई बड़ा हादसा टलना मुश्किल होगा।

ग्रामीणों की मांग
ग्रामीणों ने विद्युत विभाग से मांग की है कि गांव की पूरी विद्युत लाइन की तत्काल जांच की जाए और जर्जर तारों व खंभों को बदला जाए, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।

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