लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सोमवार को कोडीन युक्त कफ सिरप की अवैध सप्लाई मामले पर जोरदार सियासी टकराव हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सदन में स्पष्ट किया कि यूपी में इस सिरप से किसी की मौत नहीं हुई और उत्पादन भी यहां नहीं होता। उन्होंने सपा पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि सबसे बड़े होलसेलर को 2016 में सपा सरकार ने ही लाइसेंस दिया था।
योगी का तंज
बिना नाम लिए राहुल गांधी और अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा, “देश में दो नमूने हैं – एक दिल्ली में और एक लखनऊ में। जब कोई गंभीर मुद्दा उठता है, तो वे देश छोड़कर भाग जाते हैं। आपके ‘बबुआ’ भी फिर इंग्लैंड घूमने चले जाएंगे।” उन्होंने चेतावनी दी कि समय आने पर माफियाओं पर बुलडोजर एक्शन होगा – “तब चिल्लाना मत।”
अखिलेश का पलटवार
इस बयान पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने X पर तुरंत जवाब दिया – “किसी को उम्मीद नहीं थी कि दिल्ली-लखनऊ की लड़ाई यहां तक पहुंच जाएगी। संवैधानिक पदों पर बैठे लोग मर्यादा बनाए रखें। भाजपाई अपनी पार्टी की आंतरिक खींचतान को चौराहे पर न लाएं, कहीं बुरा मान गया तो वापस जाना पड़ेगा।” अखिलेश ने इसे BJP की आंतरिक कलह की ‘आत्म-स्वीकृति’ बताया।
सदन में हंगामा
नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने ‘नमूने’ वाले शब्द पर आपत्ति जताई, कहा कि यह पद की गरिमा के अनुरूप नहीं। सपा विधायकों ने विरोध किया। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने पलटवार करते हुए कहा कि सपा मौतों की अफवाह फैला रही है, जबकि यूपी में एक भी मौत नहीं हुई। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने स्पष्ट किया कि सीएम ने किसी का नाम नहीं लिया।
सरकार की कार्रवाई
सीएम ने बताया कि 79 मामले दर्ज, 225 आरोपी नामजद, 78 गिरफ्तारियां और 134 फर्मों पर छापे हो चुके हैं। NDPS एक्ट के तहत सख्ती जारी है।





