ग्वालियर/मप्र: कोविड से अपने माता-पिता को सदैव के लिये गवां चुके ग्वालियर जिले के 10 बच्चों को भी सरकार का सहारा मिला है। दीपावली के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशा के अनुरूप शुक्रवार को कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने इन सभी बच्चों को कलेक्ट्रेट बुलाया और आत्मीयता के साथ प्यार-दुलार कर प्रोत्साहित किया। साथ ही सभी बच्चों को दीपावली का उपहार (गिफ्ट हैंपर) भेंट किए और लड्डू खिलाकर उनका मुँह मीठा कराया। इस गिफ्ट हैंपर में मिठाई, फुलझड़ी व अन्य प्रकार की आतिशबाजी एवं प्रेरणादायी पुस्तकें शामिल थीं। गिफ्ट हैंपर आकर बच्चों की खुशी देखते ही बनी।
कलेक्टर श्रीमती चौहान ने इस अवसर पर इन सभी बच्चों को भरोसा दिलाया कि आप सब अपने आप को असहाय न समझें। सरकार व जिला प्रशासन आपके साथ है। उन्होंने बच्चों का आह्वान किया कि आप सब आत्मविश्वास बनाए रखें और सकारात्मक सोच के साथ अपनी पढ़ाई भी करें। यदि कोई समस्या हो तो आप सब कलेक्टर से सीधा संपर्क कर सकते हैं।
कलेक्ट्रेट के सभागार में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्रीमती उपासना राय व सहायक संचालक श्री राहुल पाठक सहित अन्य संबंधित अधिकारी एवं बच्चे एवं उनके अभिभावक मौजूद थे।
पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना ने दिया है बच्चों को सहारा
उल्लेखनीय है कोविड की वजह से जिन बच्चों के माता-पिता का निधन हुआ है। उनको “पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन” योजना के तहत हर माह 4 हजार रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। जब बच्चा 18 साल का हो जायेगा तब उसे पोस्ट ऑफिस से स्टायपेंड के रूप में 6 हजार रुपए मिलने शुरू हो जाते हैं और यह राशि हर साल बढ़ती जाती है। इसके अलावा केन्द्रीय सामाजिक न्याय विभाग द्वारा हर साल 20 हजार रुपए छात्रवृत्ति के रूप में उपलब्ध कराए जाते हैं।जब बच्चे 23 साल के हो जायेंगे तब उन्हें पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत प्रत्येक बच्चे को एक मुश्त 10 लाख रुपए की आर्थिक मदद उपलब्ध कराई जायेगी।
- रिपोर्ट – जिला ब्यूरो चीफ मुरैना मुहम्मद इसरार खान