मथुरा। कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर यमुना तट एक बार फिर दिव्यता और आस्था के उजाले से जगमगाने वाला है। देव दीपावली महोत्सव समिति द्वारा विगत 18 वर्षों से आयोजित किए जा रहे भव्य देव दीपावली महोत्सव का आयोजन इस बार 5 नवंबर, बुधवार को शाम 5 बजे से किया जाएगा।
कार्यक्रम की शुरुआत वेदव्यास जी की साधना स्थली कृष्णगंगा घाट से होकर विश्राम घाट और ध्रुव घाट सहित यमुना पार के सभी प्राचीन घाटों तक होगी, जहां सवा लाख दीपक प्रज्वलित किए जाएंगे।
महोत्सव का मुख्य आयोजन सती बुर्ज राजा घाट पर होगा। यहां ब्रज के पूज्य संत, धर्माचार्य और मथुरा महानगर के गणमान्य नागरिक शंखध्वनि के साथ महोत्सव का शुभारंभ करेंगे।
देव दीपावली महोत्सव समिति के पदेन संयोजक/सचिव एवं सिटी मजिस्ट्रेट राकेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में समिति के अध्यक्ष पं. सोहनलाल शर्मा, महामंत्री आचार्य ब्रजेन्द्र नागर, प्रयागनाथ चतुर्वेदी, योगेश उपाध्याय आवा, महेन्द्र दत्त आचार्य, संदीप माथुर, नारायण प्रसाद शर्मा, अजय चतुर्वेदी, पं. पंकज शर्मा, आशीष माहेश्वरी, रामकृष्ण पाठक, नरेश शर्मा बब्बू सहित कई पदाधिकारी उपस्थित रहे।
बैठक में तय किया गया कि इस बार देव दीपावली को वाराणसी और अयोध्या की तर्ज पर और भी भव्य रूप दिया जाएगा। सभी घाटों पर आकर्षक लाइटिंग और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे, जबकि ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा निर्मित विशाल शिवलिंग आकर्षण का केंद्र रहेगा। प्रमुख घाटों पर रंगोली, पुष्प सज्जा और दीपों से सजी झांकियां भी दिखाई देंगी।
समिति के अध्यक्ष पं. सोहनलाल शर्मा ने बताया कि पुराणों के अनुसार आषाढ़ पूर्णिमा से कार्तिक पूर्णिमा तक ब्रज में 33 करोड़ देवी-देवताओं का निवास रहता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन सभी देवी-देवता मां यमुना से आशीर्वाद लेकर अपने लोकों को प्रस्थान करते हैं। इसी मान्यता के आधार पर देव दीपावली का यह भव्य आयोजन किया जाता है।
समिति ने सभी ब्रजवासियों से अपील की है कि वे यमुना प्रदूषण मुक्ति अभियान को बल देने, अमर शहीदों की आत्मशांति और विश्व कल्याण की कामना हेतु इस महोत्सव में भाग लें और एक दीपक मां यमुना के समक्ष प्रज्वलित करें।
बैठक में नगर निगम, विद्युत विभाग, पुलिस प्रशासन, ट्रैफिक पुलिस, सिविल डिफेंस एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे और व्यवस्थाओं को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए।






