आगरा: सिकंदरा थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज हत्या का पर्दाफाश हुआ है, जो पैसे के लालच से प्रेरित था। चार दिन पहले घर के अंदर अधेड़ युवक राजकुमार का शव मिलने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो खुलासा हुआ कि उसके साथ रहने वाले संकित सविता और उसके दोस्त प्रशांत सविता ने ही हत्या की साजिश रची। दोनों ने चाकू से राजकुमार को कई वार किए और फिर शव को छोड़कर तैयार होकर घर से निकल गए। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या के बाद दोनों आरोपी घटनास्थल से लेकर राजकुमार के अंतिम संस्कार तक उसके साथ बने रहे, जैसे कि शोकाकुल परिजन हों।
पुलिस के अनुसार, राजकुमार एक अधेड़ उम्र का व्यक्ति था, जो सिकंदरा थाना क्षेत्र के एक घर में संकित सविता के साथ रहता था। संकित और उसका दोस्त प्रशांत राजकुमार के पास रखे पैसे पर नजर गड़ाए हुए थे। चार दिन पहले (21 सितंबर को) दोनों ने मौका पाकर राजकुमार पर चाकू से हमला कर दिया। कई वार मारने के बाद राजकुमार की मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद दोनों ने शव को घर में ही छोड़ दिया और खुद तैयार होकर बाहर निकल गए।
सुबह जब पुलिस को शव की सूचना मिली, तो संकित और प्रशांत फिर से घटनास्थल पर लौट आए। उन्होंने खुद को निर्दोष बताते हुए पुलिस के साथ सहयोग का ढोंग किया। न केवल घटनास्थल पर, बल्कि राजकुमार के पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार तक दोनों आरोपी उसके साथ घूमते रहे। परिजनों और पड़ोसियों को शक न होने दिया। यह नाटक चार दिनों तक चला, जब तक पुलिस ने गहन पूछताछ और फॉरेंसिक जांच से हत्या का राज खोल नहीं लिया।
पुलिस कार्रवाई: गिरफ्तारी के बाद कबूलगाथा
सिकंदरा थाने की पुलिस ने संकित सविता और प्रशांत सविता को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। एसएसपी आगरा ने बताया कि हत्या का मुख्य कारण राजकुमार के पास रखे नकदी का लालच था। घटनास्थल से बरामद चाकू और खून के निशान फॉरेंसिक रिपोर्ट से मेल खाए। दोनों के खिलाफ हत्या और लूट का मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया गया है। पुलिस का कहना है कि जांच में और भी सुराग मिल सकते हैं, जैसे कि पैसे का क्या हुआ।
परिवार का सदमा: दोस्त बने कातिल, शोक में डूबा घर
राजकुमार का परिवार सदमे में है। परिजनों ने बताया कि संकित उनके साथ लंबे समय से रहता था, इसलिए कोई शक नहीं हुआ। अंतिम संस्कार में दोनों के साथ रहने से परिवार को और दुख हुआ। एक परिजन ने कहा, “हमने उन्हें अपना समझा, लेकिन उन्होंने विश्वास तोड़ा।” पुलिस ने परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया है।