आगरा: मंडलायुक्त शैलेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में आगरा स्मार्ट सिटी की 39वीं बोर्ड बैठक हुई। बैठक में अब तक के कार्यों की समीक्षा के साथ-साथ नए साल 2026 में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स की दिशा तय की गई।
ट्रैफिक सिग्नल सिस्टम पर जोर:
स्मार्ट सिटी के 63 एटीसीएस (एडाप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम) जंक्शनों में से 11 मेट्रो निर्माण से प्रभावित हैं। फिलहाल 42 जंक्शन एटीसीएस मोड पर चल रहे हैं, जबकि 10 ब्लिंक मोड पर। मंडलायुक्त ने एडीसीपी ट्रैफिक को निर्देश दिए कि जरूरी जंक्शनों को शिफ्ट कर सभी को एटीसीएस मोड पर लाया जाए, ताकि ट्रैफिक व्यवस्था और बेहतर हो।
इसी तरह, 43 आईटीएमएस जंक्शनों में से 11 प्रभावित होने से ट्रैफिक वॉयलेशन चालान कम हुए हैं। मंडलायुक्त ने कमियों दूर कर चालान बढ़ाने और ट्रैफिक अनुशासन सख्त करने के निर्देश दिए।
‘मेरा आगरा’ ऐप को नई रफ्तार:
ऐप का प्रचार नगर निगम की एलईडी स्क्रीनों पर शुरू हो गया है। अब इसमें पब्लिक फीडबैक फीचर भी जोड़ा गया, जिससे नागरिक सुझाव दे सकेंगे। नए साल में सोशल मीडिया से व्यापक प्रचार के निर्देश दिए गए, ताकि ज्यादा लोग जुड़ें।
प्रोजेक्ट्स की स्थिति:
एक प्रोजेक्ट को छोड़कर सभी पूर्ण होकर संबंधित विभागों को हैंडओवर हो चुके हैं। 2024-25 की ऑडिट और ड्राफ्ट रिपोर्ट प्रस्तुत की गई।
2026 का फोकस:
सभी जंक्शन एटीसीएस पर लाना, आईटीएमएस से सख्ती, ‘मेरा आगरा’ ऐप को मजबूत प्लेटफॉर्म बनाना और प्रोजेक्ट्स का बेहतर रखरखाव।
बैठक में स्मार्ट सिटी सीईओ अंकित खंडेलवाल, एडीए उपाध्यक्ष एम. अरून्मौझी, एडीसीपी ट्रैफिक हिमांशु गौरव, सीएस ईशा भारद्वाज, सीएफओ राहुल अग्रवाल, चीफ डेटा ऑफिसर सौरभ अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

