मैनपुरी: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय परिसर में बुधवार दोपहर एक महिला ने खुद को आग लगाने की कोशिश की। थाना बेवर क्षेत्र के गांव बहरामऊ निवासी राधा देवी ने अपनी जमीन पर अवैध निर्माण के खिलाफ न्याय न मिलने से आहत होकर यह कदम उठाया। परिसर में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने फौरन कार्रवाई कर बोतल और माचिस छीन ली, जिससे बड़ा हादसा टल गया। घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई, और अधिकारियों ने महिला को कार्रवाई का आश्वासन देकर थाना बेवर भेज दिया। यह घटना जिले में भूमि विवादों की गंभीरता को उजागर करती है।
घटना का पूरा विवरण
दोपहर के समय डीएम कार्यालय परिसर में राधा देवी अचानक खुद पर एक बोतल में भरा ज्वलनशील पदार्थ उड़ेलने लगीं। उन्हें ऐसा करते देख, तैनात पुलिसकर्मी और अन्य लोग दौड़ पड़े। उन्होंने तुरंत महिला के हाथ से बोतल छीन ली और माचिस को भी दूर कर दिया। राधा देवी चीखते हुए न्याय की गुहार लगा रही थीं और जान देने की धमकी दे रही थीं। परिसर में मौजूद लोग दहशत में आ गए, लेकिन सुरक्षाकर्मियों की तत्परता से कोई अनहोनी नहीं हुई।
राधा देवी ने बताया कि वे तहसील किशनी क्षेत्र में अपनी पैतृक भूमि पर दबंगों के कब्जे से परेशान हैं। बहरामऊ गांव के कुछ प्रभावशाली लोग उनकी जमीन पर अवैध निर्माण कर रहे हैं। इस मामले में कोर्ट में मुकदमा चल रहा है, और 14 नवंबर 2018 को अदालत ने दोनों पक्षों को यथास्थिति बनाए रखने का सख्त आदेश दिया था। लेकिन विपक्षी पक्ष ने क्षेत्रीय लेखपाल के साथ मिलीभगत कर कोर्ट के आदेश की अवहेलना की और निर्माण कार्य शुरू कर दिया। राधा देवी ने कई बार शिकायत दर्ज कराई, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार, न्याय न मिलने से तंग आकर उन्होंने आत्मदाह का सहारा लिया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने राधा देवी को शांत किया और तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया। डीएम कार्यालय ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तहसील किशनी और थाना बेवर को निर्देश जारी किए हैं। महिला को थाना बेवर ले जाया गया, जहां उनकी शिकायत दर्ज कर ली गई। पुलिस ने कहा कि अवैध निर्माण के खिलाफ डीमोलिशन ड्राइव चलाई जाएगी और दोषियों पर सख्ती की जाएगी। साथ ही, कोर्ट के आदेश की पालना सुनिश्चित करने के लिए जांच टीम गठित की जाएगी।
भूमि विवाद की पृष्ठभूमि
मैनपुरी जिले में भूमि विवाद आम हैं, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। किशनी तहसील में कई मामले कोर्ट में लंबित हैं, जहां दबंगों का दबदबा और निचले स्तर के अधिकारियों की मिलीभगत से पीड़ित पक्ष परेशान हैं। राधा देवी का यह कदम प्रशासन की लापरवाही को आईना दिखाता है। स्थानीय किसान संगठनों ने इसे “व्यवस्था की विफलता” बताते हुए डीएम से तुरंत हस्तक्षेप की मांग की है। पहले भी जिले में इसी तरह के विवादों में आत्मदाह के प्रयास दर्ज हो चुके हैं।