फतेहाबाद/आगरा। उत्तर प्रदेश के आगरा-फतेहाबाद मार्ग पर शुक्रवार देर रात एक भीषण सड़क हादसे ने दो परिवारों को सदमे में डाल दिया। बाजिदपुर रोड के पास टाटा कैंटर और इको कार की आमने-सामने की जोरदार टक्कर में बुलंदशहर निवासी एक दंपती की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा रात लगभग 1:30 बजे घटा, जब कैंटर चालक की लापरवाही से वाहन अनियंत्रित हो गया।

मृतकों की पहचान बुलंदशहर के सिकंदराबाद क्षेत्र के निवासी सुभाष (उम्र 45 वर्ष, पुत्र वीरी सिंह) और उनकी पत्नी रेखा (उम्र 42 वर्ष) के रूप में हुई है। दोनों अपनी इको कार से अलीगढ़ की ओर जा रहे थे, जब अचानक सामने से आ रहे कैंटर ने उन्हें ठोक दिया। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि इको कार के परखच्चे उड़ गए। सुभाष और रेखा दंपती के दो छोटे बच्चे घर पर ही थे, जिन्हें सुबह-सुबह इस दुखद खबर ने तोड़ दिया। बुलंदशहर और अलीगढ़ के सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले रिश्तेदारों के बीच शोक की लहर दौड़ गई है।

हादसे की पूरी कहानी: रात के सन्नाटे में मौत का तांडव

पुलिस के अनुसार, कैंटर आगरा से फतेहाबाद की ओर माल लादकर जा रहा था। चालक की कथित चेतावनी के अभाव में इको कार को बचाने की कोशिश में सुभाष ने ब्रेक दबाया, लेकिन टक्कर टल नहीं सकी। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय ग्रामीणों ने घायलों को तुरंत निकाला और नजदीकी सीएचसी (कम्युनिटी हेल्थ सेंटर) पहुंचाया। घायलों में सुभाष के भाई का बेटा अभिषेक (उम्र 20 वर्ष) और एक अन्य रिश्तेदार शामिल हैं, जिन्हें आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के मुताबिक, दोनों की हालत गंभीर बनी हुई है, लेकिन खतरे से बाहर हैं।

फतेहाबाद थाने के प्रभारी निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया, “हादसा बाजिदपुर के पास हुआ। कैंटर चालक मौके से फरार हो गया है, जिसकी तलाश में टीमें लगी हैं। दोनों क्षतिग्रस्त वाहनों को जब्त कर लिया गया है। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। प्रारंभिक जांच में स्पीड और लापरवाही मुख्य कारण लग रहे हैं।”

परिवार में कोहराम: गांव में मातम का सन्नाटा

सुभाष एक छोटे व्यवसायी थे, जो बुलंदशहर में सब्जी का ठेला लगाते थे। रेखा गृहिणी थीं और घर की जिम्मेदारियां संभालती थीं। उनके दो बच्चे – 10 वर्षीय बेटा और 8 वर्षीय बेटी – अब अनाथों की तरह रह गए हैं। बुलंदशहर के सिकंदराबाद गांव में रिश्तेदारों का जमावड़ा लग गया है। सुभाष के भाई ने बताया, “भाई-भाभी अलीगढ़ किसी रिश्तेदारी में जा रहे थे। रात को ही फोन आया तो दुनिया ही उजड़ गई। बच्चे बार-बार पूछ रहे हैं कि मम्मी-पापा कब लौटेंगे।” अलीगढ़ के पड़ोसी गांवों में भी यह खबर फैल गई, जहां कई लोग प्रभावित परिवार से जुड़े हैं।

प्रशासन की तत्परता: यातायात बहाल, शांति सुनिश्चित

हादसे के तुरंत बाद फतेहाबाद पुलिस और एसएसआई (सहायक उप निरीक्षक) की टीम मौके पर पहुंची। वाहनों को साइड में खींचकर यातायात बहाल कर दिया गया। घायलों को एम्बुलेंस से सीएचसी और फिर आगरा रेफर किया गया। डीआईजी आगरा ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कैंटर चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, सड़क सुरक्षा को मजबूत करने के लिए स्पॉट चेकिंग बढ़ाने का ऐलान किया गया है।

सड़क सुरक्षा पर सवाल: बार-बार हो रहे हादसे

यह हादसा उत्तर प्रदेश में बढ़ते सड़क हादसों की एक कड़ी है। आगरा-फतेहाबाद मार्ग पर अक्सर वाहनों की तेज रफ्तार और ओवरलोडिंग के कारण दुर्घटनाएं होती रहती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि रात के समय सड़क पर लाइटिंग और साइनेज की कमी भी एक बड़ा कारण है। प्रशासन ने चेतावनी जारी की है कि लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

परिवार ने मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए मदद की अपील की है। जिला प्रशासन ने शोक संतप्त परिवार को हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया है। यह घटना सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित करती है। अधिक जानकारी के लिए फतेहाबाद थाना से संपर्क करें

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रिपोर्ट 🔹सुशील गुप्ता

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