अलीगढ़: अतरौली में यूरिया के लिए किसानों को कितना परेशान होना पड़ रहा है, इसे शायद ही वह समझ पाएं, जो खेती-बाड़ी नहीं करते। 5 अगस्त को बारिश में भीगने के साथ कीचड़ में गिरते-पड़ते और पुलिस की फटकार खाते हुए लाइन में किसान लगे रहे, ताकि खेतों में खड़ी फसल के लिए यूरिया पा सकें। इतना सब कुछ सहने के बावजूद दो-दो बोरी यूरिया ही उनके हाथ लगी।

जरूरत के अनुसार यूरिया न मिलने पर पीसीएफ केंद्र और क्षेत्रीय सहकारी समिति में किसानों ने हंगामा भी किया। सूचना पर पहुंचे पुलिस कर्मियों से भी किसानों की नोकझोंक हुई। पुलिस कर्मियों ने उन्हें समझाकर शांत कराया। धान की फसल में यूरिया की सबसे ज्यादा जरूरत है। निजी दुकानों में यूरिया नहीं मिल रही। कुछ निजी दुकानों में यूरिया है तो वहां पर प्रति बोरी यूरिया के साथ लगेज में अन्य पदार्थ खरीदने का दबाव है। मंगलवार को अतरौली के पीसीएफ केंद्र और क्षेत्रीय सहकारी समिति में यूरिया पहुंचने की सूचना पर सुबह पांच बजे से ही किसान पहुंचने लगे थे।

सुबह से ही बारिश हो रही थी। बारिश में भीगते रहने के बावजूद किसान लाइन में ही डटे रहे। महिलाएं भी अलग लाइन बनाकर खड़ी रहीं। इन किसानों को पांच अथवा दस-दस बोरी की जरूरत थी, लेकिन दो-दो बोरी यूरिया ही मिली। इस पर उन्होंने हंगामा भी किया। सहकारी कर्मियों की सूचना पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने किसानों को लाइन में लगवाकर यूरिया का वितरण करवाया।

सचिव हरीराज सिंह ने कहा- 

जितनी यूरिया थी उसके हिसाब से वितरण किया गया है। आधार कार्ड और खतौनी लेकर प्रति किसान दो बोरी यूरिया दी गई है।

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