• यूपीडा ने एटलस कंपनी को सौंपा जिम्मा, यात्रियों की सुरक्षा को बनाया सर्वोच्च प्राथमिकता
जिला नजर- संवाददाता
फतेहाबाद/आगरा। दीपावली के त्योहार में जब घरों में रोशनी की धूम रहती है, वहीं आगरा–लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर टूटी जालियाँ यात्रियों की सुरक्षा के लिए चिंता का कारण बनी हुई हैं। इन जालियों के टूटने से जानवर एक्सप्रेस-वे पर चढ़ सकते हैं, जिससे किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है।
इस खतरे को देखते हुए उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने मरम्मत का काम तेज कर दिया है। इसके लिए जिम्मेदारी एटलस कंपनी को सौंपी गई है, जो क्षतिग्रस्त जालियों की पहचान कर उन्हें बदलने में जुटी हुई है।
यूपीडा के सुरक्षा अधिकारी राधामोहन द्विवेदी ने बताया, यात्रियों की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। टूटी जालियों को तुरंत दुरुस्त किया जा रहा है ताकि एक्सप्रेस-वे पूरी तरह सुरक्षित और निर्बाध यात्रा के योग्य बन सके। दीपावली जैसे त्योहारों में हम चाहते हैं कि यात्री निश्चिंत होकर सफर करें।
अधिकारियों का कहना है कि कई जालियाँ वाहनों की टक्कर के प्रभाव से क्षतिग्रस्त हुई थीं। मरम्मत का कार्य तेजी से चल रहा है। स्थानीय लोग भी इस पहल से संतुष्ट हैं और मानते हैं कि जल्द ही एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा बढ़ने से संभावित दुर्घटनाओं की आशंका कम हो जाएगी।
इस तरह, यूपीडा और एटलस कंपनी की संयुक्त कोशिशें न केवल एक्सप्रेस-वे को सुरक्षित बनाएंगी, बल्कि त्योहार के इस मौके पर यात्रियों के लिए सुरक्षित और निर्बाध सफर भी सुनिश्चित करेगी।