एटा: जिले के जलेसर थाना क्षेत्र के गांव इसौली स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय में बुधवार, 10 सितंबर 2025 को एक गंभीर घटना घटी। विद्यालय में तैनात शिक्षामित्र हैप्पी चौहान, निवासी बोर्रा कलां, ने कार्यालय में अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह करने का प्रयास किया। मौके पर मौजूद अन्य शिक्षकों और कर्मचारियों ने तत्परता दिखाते हुए आग बुझाकर उनकी जान बचाई।
घटना का ब्यौरा
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स्थान और समय: उच्च प्राथमिक विद्यालय, इसौली, जलेसर, बुधवार, 10 सितंबर 2025।
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घटना: हैप्पी चौहान ने कार्यालय में ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगाने की कोशिश की, जिससे कमरे में धुआं भर गया। इस दौरान उनकी साड़ी जल गई, और रजिस्टर समेत कई महत्वपूर्ण कागजात जलकर राख हो गए।
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बचाव: सहकर्मियों ने धुआं देखकर तुरंत आग बुझाई और हैप्पी चौहान को सुरक्षित बाहर निकाला।
शिक्षामित्र के आरोप
हैप्पी चौहान ने विद्यालय की प्रधानाध्यापिका पर गंभीर आरोप लगाए:
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प्रताड़ना: उन्होंने दावा किया कि प्रधानाध्यापिका लगातार उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करती हैं।
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जुर्माना: छोटी-छोटी बातों, जैसे 10-20 मिनट की देरी पर, 50 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है।
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रजिस्टर में हस्ताक्षर: देरी के कारण उन्हें उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर करने से रोका जाता है।
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प्रधानाध्यापिका का लंबा कार्यकाल: हैप्पी ने आरोप लगाया कि प्रधानाध्यापिका पिछले 20 वर्षों से इसी विद्यालय में कार्यरत हैं और उनका कभी तबादला नहीं हुआ, जिसके कारण वह मनमानी करती हैं और विवाद की स्थिति बनी रहती है।
प्रधानाध्यापिका का जवाब
प्रधानाध्यापिका ने हैप्पी चौहान के सभी आरोपों को खारिज कर दिया:
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उन्होंने कहा कि उनका शिक्षामित्र से कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं है।
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हैप्पी चौहान अक्सर देर से विद्यालय आती हैं, जबकि वह स्वयं समय पर उपस्थित रहती हैं।
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आत्मदाह के प्रयास के कारणों पर उन्होंने अनभिज्ञता जताई और कहा कि उन्हें नहीं पता कि हैप्पी ने इतना बड़ा कदम क्यों उठाया।
प्रशासनिक कार्रवाई
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अधिकारियों का दौरा: घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी (सीओ) जलेसर, ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह और खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) मौके पर पहुंचे। उन्होंने शिक्षकों और ग्रामीणों से बातचीत की।
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पुलिस जांच: सीओ ने बताया कि अभी तक कोई लिखित तहरीर प्राप्त नहीं हुई है, लेकिन पुलिस मामले की बारीकी से जांच कर रही है।
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जांच समिति: जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) दिनेश कुमार ने बताया कि मामले की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है। गुरुवार, 11 सितंबर 2025 को प्रधानाध्यापिका, शिक्षामित्र, और अन्य शिक्षकों के बयान दर्ज किए जाएंगे।
इसौली के उच्च प्राथमिक विद्यालय में शिक्षामित्र के आत्मदाह के प्रयास ने कार्यस्थल पर तनाव और प्रताड़ना जैसे गंभीर मुद्दों को उजागर किया है। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी है। इस घटना से विद्यालय में कार्यरत कर्मचारियों के बीच संबंधों और प्रशासनिक पारदर्शिता पर सवाल उठे हैं। जांच के नतीजे इस मामले में आगे की कार्रवाई को निर्धारित करेंगे।
- रिपोर्ट – सुनील गुप्ता