एटा: एंटी करप्शन टीम ने बृहस्पतिवार को एटा जिले के तहसील सदर में तैनात लेखपाल राजकुमार को 10 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि वह पैमाइश के नाम पर एक किसान से घूस वसूल रहा था। इसके अलावा, राजकुमार के साथी सुभाष उर्फ टीटू को भी भागने के प्रयास के दौरान पकड़ लिया गया। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का हिस्सा है, जो उत्तर प्रदेश के राजस्व विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम कसने की दिशा में महत्वपूर्ण है।

शिकायत से कार्रवाई तक: किसान की तहरीर पर जाल बिछा

एंटी करप्शन टीम अलीगढ़ के प्रभारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि पिलुआ थाना क्षेत्र के गांव इटारी निवासी किसान राजस्व विवाद से जुड़ी पैमाइश के लिए तहसील सदर पहुंचा था। 3 अक्टूबर को लेखपाल राजकुमार से मुलाकात के दौरान उसने पैमाइश के बदले 10 हजार रुपये की मांग की। किसान ने तुरंत एंटी करप्शन टीम से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई।

टीम ने तब से लेखपाल पर नजर रखी और गुप्त जानकारी जुटाई। बृहस्पतिवार सुबह राजकुमार ने किसान को कासगंज मार्ग स्थित अपने आवास पर रुपये लेकर बुलाया। प्रभारी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में पूरी तैयारी के साथ टीम ने किसान को 10 हजार रुपये दिए और आवास पर भेजा। जैसे ही किसान ने रुपये सौंपे, टीम ने दबिश देकर राजकुमार को पकड़ लिया। साथ ही मौजूद सुभाष उर्फ टीटू भागने की कोशिश करने पर भी दबोच लिया गया। दोनों के कब्जे से 10 हजार रुपये बरामद हुए।

मुकदमा दर्ज: भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई

प्रमोद कुमार ने बताया कि थाना पिलुआ में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम सहित विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। यह मामला एटा में राजस्व अधिकारियों पर बढ़ते भ्रष्टाचार के आरोपों को उजागर करता है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसी तरह की कार्रवाइयां हुई हैं, जैसे मई 2025 में कासगंज में 15 हजार रुपये की घूस लेते लेखपाल को पकड़ा गया था। फरवरी 2025 में मेरठ के मवाना में लेखपाल और उसके सहायक को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया।

  • रिपोर्ट – सुनील गुप्ता
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