आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के जगदीशपुरा थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। एक ई-स्कूटी के चार्जिंग के दौरान शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने पास में सो रहे बुजुर्ग दंपति और उनकी नातिन को अपनी चपेट में ले लिया। नातिन ने शोर मचाकर अपनी जान बचाई, लेकिन दादा-दादी की जलकर दर्दनाक मौत हो गई। घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
लक्ष्मी नगर जगदीशपुरा निवासी प्रमोद परचून की दुकान चलाते हैं। उनके बड़े भाई विजय मथुरा में रहते हैं, जबकि छोटे भाई रामेश्वर बिचपुरी में हैं। पुलिस के अनुसार, सोमवार रात करीब 1:30 बजे प्रमोद ने अपनी ई-स्कूटी को मकान की गैलरी में चार्जिंग पर लगाया और पहली मंजिल पर सोने चले गए। पास ही उनके पिता भगवती प्रसाद (95 वर्ष) और मां उर्मिला देवी (85 वर्ष) अपनी नातिन काकुल के साथ बेड पर सो रहे थे।
सुबह करीब 4 बजे ई-स्कूटी में शॉर्ट सर्किट के कारण अचानक आग लग गई। मकान में धुआं भर जाने से नातिन काकुल जाग गई। उसने जोर-जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया और पहली मंजिल पर अपने माता-पिता के पास पहुंच गई। काकुल के शोर सुनकर माता-पिता भी जाग गए और नीचे आने की कोशिश की। उन्होंने भी शोर मचाया, जिसकी आवाज पड़ोसियों को सुनाई दी। पड़ोसियों की मदद से माता-पिता को बाहर निकाला गया।
तब तक दादा भगवती प्रसाद बुरी तरह जल चुके थे और उनकी मौत हो चुकी थी। दादी उर्मिला देवी की सांसें तो चल रही थीं, लेकिन आग और धुएं के कारण उन्हें गंभीर चोटें आईं। घटना के लगभग डेढ़ घंटे बाद उनकी भी दम तोड़ दिया। नातिन काकुल को समय पर बाहर निकाल लिया गया, इसलिए वह बच गई।
परिवार का शोक
प्रमोद का परिवार इस हादसे से सदमे में है। बुजुर्ग दंपति की दर्दनाक मौत ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी है। परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि दादा-दादी की उम्र अधिक होने के कारण वे तेजी से आग की चपेट में आ गए। प्रमोद ने बताया कि ई-स्कूटी नई खरीदी थी और चार्जिंग के दौरान ऐसी कोई समस्या की आशंका नहीं थी।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
जगदीशपुरा थाना पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को ही आग का कारण बताया जा रहा है। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। आग बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को भी बुलाया गया था। अधिकारियों ने परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। यह घटना ई-वाहनों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रही है।
यह हादसा ई-स्कूटी जैसे इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग के दौरान सावधानी बरतने की आवश्यकता पर जोर देता है। विशेषज्ञों का मानना है कि पुराने वायरिंग सिस्टम और अनुचित चार्जिंग प्रक्रिया ऐसी दुर्घटनाओं का कारण बन सकती है। परिवार को शोक में सहायता प्रदान करने के साथ-साथ, प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है।