फतेहाबाद/आगरा: फतेहाबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में डॉक्टरों और अन्य स्टाफ की भारी कमी के कारण स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। मरीजों को उपचार के लिए गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान में, केंद्र में अधीक्षक के अलावा कोई अन्य चिकित्सक मौजूद नहीं है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल अधिकारी के दो स्वीकृत पद लंबे समय से रिक्त पड़े हैं। इसके अतिरिक्त, कोई महिला चिकित्सक भी तैनात नहीं है। अधीक्षक अकेले ही सभी प्रशासनिक और चिकित्सकीय जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं, जिससे वे सभी मरीजों का प्रभावी ढंग से इलाज करने में असमर्थ हैं। गंभीर मामलों में मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल या निजी अस्पतालों में रेफर किया जा रहा है।
बाल रोग विशेषज्ञ, नेत्र सर्जन और हड्डी रोग विशेषज्ञ जैसे महत्वपूर्ण विशेषज्ञ डॉक्टरों के सभी पद भी रिक्त हैं। इस कमी के कारण हड्डी टूटने, दुर्घटना, आंखों की सर्जरी और बच्चों के इलाज जैसी विशेषज्ञ सेवाएं केंद्र में उपलब्ध नहीं हैं।नर्सिंग और सहायक स्टाफ की भी भारी कमी है। स्टाफ नर्स के तीन स्वीकृत पदों में से केवल दो नर्स कार्यरत हैं। स्वास्थ्य पर्यवेक्षक और स्वास्थ्य कार्यकर्ता के पद भी रिक्त हैं। स्वास्थ्य कार्यकर्ता (पुरुष) के आठ पदों में से सात पद खाली हैं, जबकि स्वास्थ्य कार्यकर्ता (महिला) के 34 पदों में से केवल 17 पर ही तैनाती है।
इसके अलावा, महिला पर्यवेक्षिका, डार्क रूम सहायक, वार्ड आया और स्वीपर के पद भी खाली पड़े हैं। इन रिक्तियों का सीधा असर बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर पड़ रहा है। स्थानीय निवासी मुन्नालाल शर्मा, अजय शर्मा और दिलीप कुमार ने बताया कि स्टाफ की अत्यधिक कमी के कारण मरीजों को केवल आश्वासन मिल रहा है, उचित इलाज नहीं।
ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को इलाज के लिए काफी परेशानी हो रही है। इस संबंध में स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक उदय प्रताप रावल ने बताया कि उन्होंने कई बार सीएमओ कार्यालय आगरा को चिकित्सकों की मांग के लिए लिखित में अनुरोध किया है। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग में स्टाफ की कमी के चलते चिकित्सक नहीं आ पा रहे हैं। फतेहाबाद स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से तत्काल रिक्त पदों पर नियुक्तियांकरने की मांग की है।
- रिपोर्ट – सुशील गुप्ता





